दो और अध्यापकों की सेवा समाप्त, एक ही पैन कार्ड नंबर पर दो-दो जिलों में वेतन भुगतान का प्रकरण
बेसिक शिक्षा विभाग ने फर्जीगिरी के आरोप में सोमवार को परिषदीय विद्यालयों के दो और शिक्षकों की सेवा समाप्त कर दी है।
वाराणसी, जेएनएन। बेसिक शिक्षा विभाग ने फर्जीगिरी के आरोप में सोमवार को परिषदीय विद्यालयों के दो और शिक्षकों की सेवा समाप्त कर दी है। इन शिक्षकोंं पर एक ही पैन नंबर से दो-दो जनपदों से वेतन उठाने का आरोप है। विभाग ने बर्खास्त शिक्षकों खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने व वेतन की भी वसूली करने का भी निर्णय लिया है। जनपद में अब तक दस शिक्षक विभिन्न आरोपों में बर्खास्त किए जा चुके हैं।
मानव संपदा पोर्टल से सूबे में 192 ऐसे अध्यापक चिह्नित किए गए थे जो एक ही पैन नंबर पर दो-दो जिलों के विद्यालयों से वेतन उठा रहे हैं। जनपद में भी ऐसे छह शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा है। निर्धारित अवधि के भीतर चार शिक्षकों ने जवाब दे दिया। वहीं पूर्व माध्यमिक विद्यालय (मुरेरी-चोलापुर) के सहायक अध्यापक महात्मा यादव व प्राथमिक विद्यालय (देईपुर-सेवापुरी) के अनुराग त्रिपाठी ने अब तक कोई जवाब नहीं दिया। जबकि महात्मा यादव के नाम पर बलिया व अनुराग त्रिपाठी के नाम पर आंबेडकर नगर में भी शिक्षक नौकरी कर रहे हैं। नाम, माता-पिता का नाम, पैन नंबर भी एक ही मिलने की पुष्टि हो चुकी है। बीएसए राकेश ङ्क्षसह ने इन दोनों शिक्षकों को अपना पक्ष रखने के लिए तीन-तीन बार नोटिस दी। यही नहीं जांच टीम महात्मा यादव के घर भी गई। महात्मा फरार हो गए। बार-बार मौका देने के बाद भी हाजिर न होने में अंतत: बीएसए ने दोनों शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया।
अब तक 40 हजार परिषदीय बच्चों का आधार सत्यापन
आजमगढ़ में परिषदीय व सहायता प्राप्त विद्यालयों में बच्चों की फर्जी संख्या पर अंकुश लगाने के लिए शासन गंभीर है। आदेश के अनुपालन में जिले के परिषदीय विद्यालयों में पंजीकृत बच्चों का सत्यापन आधार कार्ड से शुरू हो गया है। अब तक 40 हजार बच्चों के नाम आधार कार्ड के आधार पर प्रेरणा एप के माध्यम से एमडीएम पोर्टल पर फीड किया जा चुका है। हालांकि यह प्रक्रिया अभी 31 जुलाई तक चलेगी। जिले के परिषदीय विद्यालयों में लगभग 3.40 लाख बच्चे पंजीकृत हैं।