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सीआइएससीई की दसवीं और बारहवीं में सेमेस्टर प्रणाली, एक से दो घंटे तक की होंगी परीक्षाएं

बोर्ड पूर्व में ही प्रथम सत्र का 50 फीसद पाठ्यक्रम जारी कर चुका है। इसी पाठ्यक्रम के आधार पर ही प्रथम सत्र का प्रश्न पत्र तैयार किया जाएगा। प्रथम सत्र में जितना पाठ्यक्रम पूछा जाएगा वह दोबारा द्वितीय सत्र की परीक्षा में नहीं पूछा जाएगा।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Fri, 10 Sep 2021 07:11 AM (IST)Updated: Fri, 10 Sep 2021 09:19 AM (IST)
सीआइएससीई की दसवीं और बारहवीं में सेमेस्टर प्रणाली, एक से दो घंटे तक की होंगी परीक्षाएं
बोर्ड पूर्व में ही प्रथम सत्र का 50 फीसद पाठ्यक्रम जारी कर चुका है।

वाराणसी, जेएनएन। सीआइएससीई की परीक्षा के लिए टाइम टेबल जारी कर दिया गया है। आइसीएसई और आइएससी के प्रथम सत्र की परीक्षाएं 15 नवंबर से शुरू होने जा रही हैं। इस लिहाज से प्रथम सत्र में आनलाइन परीक्षा होगी तो स्वरूप को लेकर इंतजार किया जा रहा है। अब तीन घंटे के स्थान पर एक से दो घंटे तक की परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी।

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नई शिक्षा नीति का क्रियान्वयन काउंसिल फार द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट (सीआइएससीई) शुरू कर दी है। इस क्रम में आइसीएसई 10वीं) व आइएससी (12 वीं) सेमेस्टर प्रणाली लागू दिया है। इसके तहत दसवीं व बारहवीं की परीक्षाएं वर्ष में दो बार कराई जाएंगी। बोर्ड ने प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा के लिए टाइम टेबल भी जारी कर दिया। प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा आनलाइन कराई जाएगी।

दसवीं व बारहवीं की परीक्षाएं 15 नवंबर से शुरू होंगी। हाईस्कूल की परीक्षा छह दिसंबर को तथा इंटर की परीक्षाएं 16 दिसंबर तक चलेंगी। बोर्ड ने प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा तीन घंटे के स्थान पर एक से दो घंटे का कराने का निर्णय लिया है। सीआइएससीई के जनपद कोआर्डिनेटर व सेंट जान्स स्कूल (मड़ौली)के प्रधानाचार्य हेनरी ने बताया कि कोविड महामारी से सबक लेते हुए बोर्ड ने इस बार दो सत्रों में परीक्षा कराने की घोषणा पहले ही कर दी थी। ऐसे में भविष्य में वर्ष में एक बार या दो बार परीक्षा होगी। यह तय नहीं है। बताया कि बोर्ड ने प्रथम सत्र की परीक्षा के लिए टाइम टेबल जारी कर दिया है, हालांकि परीक्षा की गाइड लाइन का अब भी इंतजार है। गाइल लाइन जारी होने के बाद आनलाइन परीक्षा का स्वरूप सामने आएगा।

50 फीसद पाठ्यक्रमों से ही होगी परीक्षा : बोर्ड पूर्व में ही प्रथम सत्र का 50 फीसद पाठ्यक्रम जारी कर चुका है। इसी पाठ्यक्रम के आधार पर ही प्रथम सत्र का प्रश्न पत्र तैयार किया जाएगा। प्रथम सत्र में जितना पाठ्यक्रम पूछा जाएगा वह दोबारा द्वितीय सत्र की परीक्षा में नहीं पूछा जाएगा। द्वितीय सत्र की परीक्षा मार्च या अप्रैल 2022 में होने की संभावना है। 


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