बलिया में जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय का दूसरे दीक्षा समारोह शुरू, राज्यपाल ने की अध्यक्षता
Convocation in Ballia बलिया में जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के दूसरे दीक्षा समारोह की शुरुआत हो गई है। समारोह के भव्य आयोजन की उमंग देखी जा रही है। समारोह की अध्यक्षता कुलाधिपति एवं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल कर रही हैं।
बलिया, जेएनएन। जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के दूसरे दीक्षा समारोह की शुरुआत हो गई है। समारोह के भव्य आयोजन की उमंग देखी जा रही है। समारोह की अध्यक्षता कुलाधिपति एवं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल कर रही हैं। मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति शंभूनाथ श्रीवास्तव, पूर्व प्रमुख लोकायुक्त छत्तीसगढ़ तथा विशिष्ट अतिथि उप मुख्यमंत्री एवं उच्च शिक्षा मंत्री प्रो. दिनेश शर्मा हैं। विश्वविद्यालय परिसर में पहली बार आयोजित समारोह को लेकर परिसर और संबद्ध महाविद्यालयों में उत्साह है। कार्यक्रम में मेधावियों के चेहरे खिले हैं।
इस बार भी छात्राओं का ही रहेगा दबदबा
दीक्षा समारोह में कुल 21079 उपाधियां वितरित की जाएंगी। इसमें 17103 स्नातक और 3976 स्नातकोत्तर उपाधियां शामिल हैं। अपने विषय में सर्वोच्च स्थान प्राप्त कुल 32 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किए जाएंगे। इसमें छात्राएं 21 तथा 11 छात्र हैं। समारोह में प्रत्येक विषय में सर्वोच्च अंक प्राप्त 10 विद्यार्थियों को विशेष आमंत्रित किया गया है। ऐसे कुल 311 विद्यार्थी सम्मिलित हैं। उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों में इस साल भी छात्राओं का अनुपात काफी ज्यादा है, उनकी संख्या कुल संख्या का 66.34 प्रतिशत है।
पहले दीक्षा समारोह में भी छात्राएं थीं आगे
इससे पहले दीक्षा समारोह 12 दिसंबर 2019 को आयोजित हुआ था, तब भी उपाधि पाने में छात्राएं ही आगे थीं। उस वक्त भी मुख्य अतिथि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सभी को उपाधि प्रदान किया था। उस वर्ष उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कुल 27 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल दिया गया था जिसमें छात्राओं की संख्या 24 थी, जबकि छात्र मात्र तीन थे। इससे अलग विश्वविद्यालय से संबद्ध कुल महाविद्यालयों के 4035 विद्यार्थियों को स्नातकोत्तर की उपाधि दी गई थी, 66 प्रतिशत यानि 2682 छात्राएं थीं और 34 प्रतिशत यानि 1353 की संख्या में छात्र उपाधि को प्राप्त किए थे।
50 बच्चों को मिलेगा उपहार, पुस्तकों का होगा लोकार्पण
राज्यपाल के द्वारा प्राथमिक विद्यालय के 50 बच्चों को उपहार भी वितरित किया जाएगा। वहीं स्मारिका मंथन, त्रैमासिक समाचार पत्र अन्वीक्षण के तृतीय अंक के साथ दीनदयाल उपाध्याय शोधपीठ की पुस्तक विचार-प्रवाह, लिविंग लिजेंड्स ऑफ बलिया के साथ ही परिसर के प्राध्यापकों प्रमोद शंकर पांडेय, मनीषा सिंह के अलावा गोपाल जी महाविद्यालय की प्राचार्य साधना श्रीवास्तव की भी पुस्तक का लोकार्पण होगा।
उत्तर प्रदेश में उच्च शिक्षा केंद्र खोल सकता है आस्ट्रेलिया
उपमुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने कहा कि शिक्षा के अंतरराष्ट्रीयकरण से प्रदेश के छात्र सफलता की ऊंचाई प्राप्त करेंगे। प्रदेश में उच्च शिक्षा के लिए विदेशों के प्रमुख विश्वविद्यालयों के केंद्र खुलेंगे। इससे छात्रों को अध्ययन के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के शनिवार को आयोजित दूसरे दीक्षा समारोह में बतौर विशिष्ट अतिथि बोलते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार शिक्षा के क्षेत्र में कई योजनाओं पर काम कर रही है। दुनिया के टाप 100 विश्वविद्यालयों में छह आस्ट्रेलिया के हैं। पिछले दिनों आए आस्ट्रेलिया के राजदूत से इस संबंध में चर्चा हुई थी। वे भारत में खासकर उत्तर प्रदेश में उच्च शिक्षा के केंद्र खोलने को उत्सुक हैं। इस दिशा में तेजी से प्रयास किया जा रहा है।
हर विश्वविद्यालय में 70 फीसद एक समान होगा पाठ्यक्रम
डिप्टी सीएम ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में 70 फीसद पाठ्यक्रम एक समान होगा। शेष 30 फीसद विवि अपनी सुविधानुसार तय कर सकेंगे। 79 नए राजकीय महाविद्यालय स्थापित कराए गए हैं, इनके संचालन की जिम्मेदार नजदीकी विवि की होगी। निजी विश्वविद्यालयों की स्थापना पर निगाह है। अलीगढ़, सहारनपुर और आजमगढ़ में कार्य प्रगति पर है। विधि, स्पोर्टस, आयुष व चिकित्सा महाविद्यालय की स्थापना के लिए प्रयास जारी हैं। वृहद स्तर पर फारेंसिक संस्थान की तैयारी भी चल रही है।