गरीबों का हाथ नहीं छोड़ा तो अमीरों ने मंत्री पद से हटाया, सुभासपा अध्यक्ष ने प्रदेश सरकार पर लगाए आरोप
लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा और सुभासपा के बीच सियासी जंग के बीच टूटा गठबंधन लगभग छह माह बाद भी चर्चा में बना हुआ है।
वाराणसी, जेएनएन। लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा और सुभासपा के बीच सियासी जंग के बीच टूटा गठबंधन लगभग छह माह बाद भी चर्चा में बना हुआ है। बुधवार को सुभासपा मुखिया ओमप्रकाश राजभर वाराणसी में थे और उन्होंने भाजपा पर जमकर तीर चलाए। एक कार्यक्रम के सिलसिले में वाराणसी आए सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने मीडिया कर्मियों से बातचीत के दौरान कहा कि हम गरीब हैं और जीवन भर गरीब रहना पसंद करेंगे, लेकिन गरीबों का साथ और हमारा हाथ कभी नहीं छूटेगा। गरीबों से किए वादे को कभी नहीं भूला इस कारण मुझे अमीरों ने मंत्री पद से बाहर किया।
सुभासपा के 17 वें स्थापना दिवस पर ओमप्रकाश राजभर बुधवार को अजगरा विधानसभा क्षेत्र के मुनारी बाजार में आयोजित सभा में कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। इसके पहले विधायक कैलाश नाथ सोनकर ने अध्यक्ष का स्वागत किया। विधायक ने कहा कि 350 सड़कों काे बनाने का प्रस्ताव सरकार को भेज चुका हूं, जिसमें से कुछ पर काम भी हुआ है। महासचिव अरविन्द राजभर ने पार्टी संगठन को मजबूत बनाने पर बल दिया। वहीं मुख्य वक्ता प्रदेश महासचिव शशिप्रताप सिंह ने कहा कि दूसरी पार्टियां 17 वर्ष में अपना मिशन 77 बार बदलीं लेकिन सुभासपा ने अभी अपने मिशन से भटकने का काम नही किया।
समारोह में पूर्व मंडल अध्यक्ष रमेश राजभर ने संचालन और राजेन्द्र पटेल ने अध्यक्षता की। सभा में डा. बलिराज राजभर, नित्यानंद पांडेय, अभय पटेल, विनोद सिंह टीटी, राजेश यादव, शिवलाल यादव, वंदना सिंह, रवि पटेल, सिद्धार्थ राजभर, छपन्न राजभर, दशरथ आदि ने विचार व्यक्त किया।