पूर्वांचल में सरयू नदी के जलस्तर में आगे होने जा रहा है इजाफा, जानें अन्य नदियोंं के जलस्तर का हाल
पूर्वांचल में गर्मी और बारिश के बीच नदियों का जलस्तर भी अब धीरे धीरे आगे बढ़ रहा है। उम्मीद है कि मानसून आने के बाद नदियों का जलस्तर काफी तेजी से आगे बढ़ेगा और मौसमी दुश्वारियों के बीच बाढ़ भी लोगों को दिक्कत देगी।
वाराणसी, जेएनएन। गर्मी और बारिश के बीच नदियों का जलस्तर भी अब धीरे धीरे आगे बढ़ रहा है। उम्मीद है कि मानसून आने के बाद नदियों का जलस्तर काफी तेजी से आगे बढ़ेगा और मौसमी दुश्वारियों के बीच बाढ़ भी लोगों को दिक्कत देगी। केंद्रीय जल आयोग की ओर से इस समय सरयू और गोमती आदि नदियों के जलस्तर में इजाफे का संकेत दिया गया है। हालांकि, बारिश के बाद कई प्रमुख नदियों में मामूली फर्क आया है। जबकि पहाड़ों पर लगातार हो रही बरसात और पिघलते बर्फ और ग्लेशियर की वजह से अगले कुछ दिनों में गंगा का जलस्तर भी बढ़ने लगेगा।
इस समय सरयू नदी का जलस्तर मऊ, आजमगढ और बलिया से ठीक पीछे अयोध्या में नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद कुछ घटा है तो पूर्वांचल में अभी नदी का जलस्तर स्थिर है। जबकि पीछे नदी का जलस्तर बढ़ने का अर्थ है कि कुछ दिनों के बाद पूर्वांचल में भी नदी का जलस्तर और आगे बढ़ेगा। नदी का जलस्तर बढ़ने के साथ ही तटवर्ती इलाकों में दुश्वारी बढ़ना तय है। इस समय तुर्तीपार में सरयू नदी का जलस्तर 61.01 पर स्थिर है, जबकि यहां पर चेतावनी बिंदु 63.01 और खतरा बिंदु 64.01 मीटर पर है। इस लिहाज से फिलहाल पूर्वांचल में सरयू नदी का जलस्तर चिंता नदी दे रहा है लेकिन नेपाल से पानी छोड़े जाने के बाद नदी का जलस्तर दोबारा बढ़ जाएगा।
नदियोंं का पूर्वांचल में जलस्तर इस समय भले ही स्थिर हो लेकिन गंगा का पानी अन्य सहायक नदियों में इजाफा होने या बारिश होने के बाद आने वाले दिनों में मामूली तौर पर बढ़ना तय है। जबकि पहाड़ों पर बारिश के साथ ही मैदानी इलाकों में बारिश की वजह से अन्य सहायक नदियों का जलस्तर बढ़ा है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार सरयू नदी के आसपास के क्षेत्रों में आगे बारिश होने और नदियों का जलस्तर मामूली तौर पर बढ़ने का अनुमान है। जबकि गोमती आदि नदियों में कुछ स्थानाें पर जलस्तर में इजाफा हुआ है। इस माह गुरुवार को केंद्रीय जल आयोग की ओर से तीसरी बार नदियों के जलस्तर की रिपोर्ट जारी की गई है।