सर्वेश्वरी समूह का उद्देश्य हर घर में खुशहाली, स्थापना दिवस पर अघोरेश्वर महाप्रभु की आदमकद प्रतिमा का अनावरण
पड़ाव स्थित अघोरपीठ श्रीसर्वेश्वरी समूह संस्थान अवधूत भगवान राम कुष्ठ सेवा आश्रम में सोमवार को श्रीसर्वेश्वरी समूह का 60वां स्थापना दिवस अवधूत गुरुपद संभव राम के सान्निध्य में मनाया गया। इस खास मौके पर पीठाधीश्वर बाबा गुरुपद संभव राम ने अघोराचार्य महाराज बाबा कीनाराम की प्रतिमा का पूजन किया।
वाराणसी, जेएनएन। पड़ाव स्थित अघोरपीठ श्रीसर्वेश्वरी समूह संस्थान अवधूत भगवान राम कुष्ठ सेवा आश्रम में सोमवार को श्रीसर्वेश्वरी समूह का 60वां स्थापना दिवस अवधूत गुरुपद संभव राम के सान्निध्य में मनाया गया। इस खास मौके पर पीठाधीश्वर बाबा गुरुपद संभव राम ने अघोराचार्य महाराज बाबा कीनाराम की प्रतिमा का पूजन किया। अघोरेश्वर भगवान राम वृद्धाश्रम में नवस्थापित अघोरेश्वर महाप्रभु की आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया। सर्वेश्वरी समूह के लोक कल्याणकारी कार्यक्रमों को जीवन में अपनाने का संदेश दिया। पूजा-आरती के बाद श्रद्धालुओं में प्रसाद वितरित किया गया।
सुबह आरती के बाद डा. एसपी सिंह ने पांच लोगों के साथ सारनाथ स्थित अघोर टेकरी जाकर अघोरेश्वर चरण पादुका का पूजन कर सर्वेश्वरी ध्वज फहराया। पड़ाव आश्रम के अघोर शोध संस्थान एवं ग्रंथालय के निदेशक डा. अशोक कुमार ने सफलयोनि का पाठ किया। बनारस स्टेशन (मंडुआडीह) के सामने स्थित अघोरेश्वर महाप्रभु की तपोस्थली सर्वेश्वरी निवास में राजीव सिंह रानू ने सर्वेश्वरी ध्वजारोहण किया। हवन पूजन के साथ लघु गोष्ठी भी की गई।
सर्वेश्वरी समूह मानवता और भगवान में रखता है विश्वास
रवींद्रपुरी कालोनी स्थित अघोर शोध एवं सेवा संस्थान, बाबा कीनाराम स्थल में सोमवार को सर्वेश्वरी समूह का 60 वां स्थापना दिवस अघोराचार्य बाबा सिद्धार्थ गौतम राम के सानिध्य में मनाया गया। बाबा सिद्धार्थ गौतम राम ने कहा कि सर्वेश्वरी समूह मानवता और भगवान में विश्वास रखता है। एक ही माता की संतान होने के कारण हम सभी को बिना किसी संघर्ष के शांति, समृद्धि, एकरूपता और प्रसन्नता के लिए सामूहिक रूप से आगे बढऩा चाहिए। कोरोना महामारी के कारण आश्रम के भक्तों ने अपने-अपने घरों पर ही सर्वेश्वरी ध्वज का रोहण करके 19 सूत्रीय संकल्प को दोहराया। श्रीसर्वेश्वरी समूह के वरिष्ठ संस्थापक सदस्य उपाध्यक्ष श्याम नारायण पांडेय ने कलश स्थापित कर सर्वेश्वरी ध्वज फहराया। इस अवसर पर सुबह आश्रम में स्थापित विभिन्न समाधियों का पूजन किया गया।