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वाराणसी में मधुमक्खियों के हमले की वजह से सारनाथ मिनी जू को बंद करना पड़ा

चील पक्षी ने मधुमक्खी के छत्ते पर चोंच मार दी जिससे गुस्साई मधुमक्खियों ने घूमने आए पर्यटकों पर ही हमला बोल दिया। गनीमत थी कि सुबह मिनी जू में पर्यटकों की संख्या काफी कम रही यही हमला दोपहर दो बजे लगभग होता तो काफी भगदड़ की स्थिति मच जाती।

By Abhishek sharmaEdited By: Published: Sun, 07 Mar 2021 05:23 PM (IST)Updated: Sun, 07 Mar 2021 05:23 PM (IST)
वाराणसी में मधुमक्खियों के हमले की वजह से सारनाथ मिनी जू को बंद करना पड़ा
गुस्साई मधुमक्खियों ने घूमने आए पर्यटकों पर ही हमला बोल दिया।

वाराणसी, जेएनएन। सारनाथ के मिनी जू में दूसरे दिन रविवार को भी मधुमक्खियों ने पर्यटकों पर हमला कर दिया। पर्यटक आनन फानन मौके से भाग गये। इसके चलते मिनी जू करीब एक घण्टे तक बन्द रहा। कर्मचारियों के अनुसार पक्षी बिहार केंद्र में जलचर पक्षियों के बाड़े के पास एक पीपल के पेड़ पर मधुमक्खियों का छत्ता है। जो अकसर आक्रोश में होने की वजह से लोगों पर हमला बोल चुकी हैं। हालांकि उनके हमले के बाद परिसर में कर्मचारियों ने उनको भगाने के लिए आग लगाकर उनपर काबू पाया। इसके बाद परिसर को काफी देर तक के लिए सुरक्षा कारणों से बंद कर दिया गया। 

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रविवार को लगभग 9.30 बजे चील पक्षी ने मधुमक्खी के छत्ते पर चोंच मार दी जिससे गुस्साई मधुमक्खियों ने घूमने आए पर्यटकों पर ही हमला बोल दिया। गनीमत थी कि सुबह मिनी जू में पर्यटकों की संख्या काफी कम रही यही हमला दोपहर दो बजे लगभग होता तो काफी भगदड़ की स्थिति मच जाती। मौके पर पहुंचे मिनी जू के प्रभारी अमित दुबे सहित अन्य वनकर्मियों ने पर्यटकों को धीरे- धीरे बाहर निकाल कर जगह-जगह आग जलाई जिससे उसके धुंए से मधुमक्खियां भाग गईंं। मधुमक्खियों के हमले की वजह से एक घण्टे तक मिनी जू का गेट बन्द रहा। मधुमक्खियों के शांत होने पर 11 बजे पर्यटकों का प्रवेश शुरू हुआ।

कर्मचारियों के अनुसार इससे पहले भी शनिवार को मधुमक्खियों के हमले की वजह से पर्यटकों में भगदड़ की स्थिति हो गई थी। पर्यटकों में भगदड़ होने की वजह से परिसर को सुरक्षा कारणों से बंद करना पड़ा था। परिसर को बंद करने की वजह से लोगों का आवागमन रविवार को भी सुबह काफी कम था। परिसर में मधुमक्खियों का छत्‍ता कई जगहों पर है। लेकिन, रविवार को सुबह के बाद दोपहर होने से पूर्व ही छत्‍ते पर चील के हमले के बाद वह बिदक गईं। मधुमक्खियों के हमले की वजह से काफी देर तक परिसर में भगदड़ की स्थिति रही और गहमागहमी का माहौल बना रहा। इस बात की जानकारी होने के बाद परिसर में आने वाले पर्यटकों की भी संख्‍या कम हो गई। वहीं परिसर बंद होने की वजह से पर्यटकों को भी निराशा की स्थिति रही। 

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