संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में वेदमंत्रों की गूंज से होगा सुप्रभातम्, लगाए गए 12 लाउडस्पीकर
संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में अब वेद मंत्रों की गूंज के बीच सुप्रभातम् होगा। विश्वविद्यालय में सुबह-शाम प्रवेश करते हुए आपके कानों में श्लोक गीता के मंत्र व शिव तांडव स्त्रोत सुनाई देगा। इसके लिए परिसर में 12 जगह पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम (लाउडस्पीकर) भी लगाए गए हैं।
वाराणसी [अजय कृष्ण श्रीवास्तव]। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में अब वेद मंत्रों की गूंज के बीच 'सुप्रभातम् होगा। विश्वविद्यालय में सुबह-शाम प्रवेश करते हुए आपके कानों में श्लोक, गीता के मंत्र व शिव तांडव स्त्रोत सुनाई देगा। इसके लिए परिसर में 12 जगह पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम (लाउडस्पीकर) भी लगाए गए हैं। वाग्देवी मंंदिर से विभिन्न रिकार्डेड श्लोकों के हर दिन प्रसारण का शुभारंभ 25 फरवरी से करने का निर्णय लिया गया है।
विश्वविद्यालय ने वेदमंत्रों से 'सुप्रभातम् की तैयारी पूरी कर ली है। परिसंर स्थित वाग्देवी से पंचदेव मंदिर तक लाउडस्पीकर लगाए गए हैं। फिलहाल सुबह और शाम 5.30 से 6.30 बजे तक प्रसारण का निर्णय हुआ है ताकि परिसर में मार्निंग वॉकर्स का सुप्रभात वेदमंत्रों से किया जा सके। सूर्यास्त के समय भी वेदमंत्रों और श्लोकों का पाठ किया जाएगा। 'सुप्रभातम् का लोकार्पण मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल, जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा व कुलपति प्रो. राजाराम शुक्ल करेंगे। कार्यक्रम के संयोजक वेद संकाय के अध्यक्ष प्रो. महेंद्र पांडेय होंगे।
संस्कृत विश्वविद्यालय की स्थापना प्राच्य विद्या के संरक्षण व संवर्धन के लिए हुई है
संस्कृत विश्वविद्यालय की स्थापना प्राच्य विद्या के संरक्षण व संवर्धन के लिए हुई है। इसे देखते हुए 'सुप्रभातम् के तहत वेदमंत्रों का पाठ शुरू करने का निर्णय हुआ, ताकि परिसर में प्रवेश करते ही विश्वविद्यालय की संस्कृति की झलक दिखे। वाग्देवी मंदिर में आरती संग श्लोकों का प्रसारण होगा।
-प्रो. राजाराम शुक्ल, कुलपति