संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय : आधा दर्जन छात्रों का निष्कासन संभव, हंगामा करने वालों की हुई पहचान
संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों के अनुशासनहीनता को गंभीरता से लिया है। हंगामा व तोडफ़ोड़ करने वाले आधा दर्जन छात्रों का निष्कासन करने की तैयारी में हैं।
वाराणसी, जेएनएन। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों के अनुशासनहीनता को गंभीरता से लिया है। कुलपति कार्यालय में जबरन घुसने व कुलसचिव के संग गाली-गलौच के साक्ष्य के तौर पर सीसी कैमरे का फुटेज बना लिया गया है। हंगामा व तोडफ़ोड़ करने वाले आधा दर्जन छात्रों का निष्कासन करने की तैयारी में हैं। फिलहाल विवि प्रशासन की नजर छात्रों की गतिविधियों पर टिकी हुई है।
विश्वविद्यालय प्रशासन कार्यालय बंद कराने व तोडफ़ोड़ वाले के आरोप छात्रसंघ अध्यक्ष, महामंत्री सहित दस लोगों के खिलाफ पहले ही चेतगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज करा चुका है। इसे लेकर छात्रों में रोष है। छात्रों का एक गुट कुलपति के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और धरना दे रहे हैं। अवकाश के चलते छात्रों का धरना शुक्रवार को स्थगित रहा। 27 जनवरी से फिर छात्रों ने दरी बिछाने का निर्णय लिया है। आंदोलन को धार देने के लिए छात्र रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं। इस क्रम में तमाम छात्रनेता छात्रसंघ के पूर्व पदाधिकारियों व महाविद्यालय के छात्रों से भी संपर्क साध रहे हैं। इसके अलावा कर्मचारियों से समर्थक मांगा है। यही नहीं छात्र पंचायत बुलाने के लिए छात्रसंघ के पदाधिकारी महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, यूपी कालेज, हरिश्चंद्र पीजी कालेज के छात्रों से भी संपर्क कर रहे हैं। छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन पुलिस के बल पर मनमानी करने का आरोप लगाया है। कहा कि कोर्स वर्क परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले तमाम छात्रों को अब तक गाइड नहीं उपलब्ध कराया गया। गाइड मांगने पर एफआइआर दर्ज कराने की धमकी दी जाती है। छात्र एफआइआर से डरने वाले नहीं हैं।