संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय : यूपी के बाहर के केंद्रों को ई-मेल से भेजा गया पेपर, नई व्यवस्था से संतुष्ट दिखे केंद्र
संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के पाठयक्रमों की परीक्षाएं मंगलवार से शुरू हो गई। सूबे के बाहर राजस्थान महाराष्ट्र हिमांचल प्रदेश हरियाणा पंजाब सिक्किम दिल्ली पश्चिम बंगाल जम्मू-कश्मीर बिहार के 27 केंद्रों को ई-मेल से प्रश्नपत्र व उत्तर पुस्तिका की कवर पेज भेजा गया।
वाराणसी, जेएनएन। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के शास्त्री (स्नातक) तृतीय खंड व आचार्य (स्नातकोत्तर) चतुर्थ सेमेस्टर, बीएड सहित अन्य व्यावसायिक पाठयक्रमों की परीक्षाएं मंगलवार से शुरू हो गई। वहीं कोविड-19 के प्रकोप को देखते हुए सूबे के बाहर राजस्थान, महाराष्ट्र, हिमांचल प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, सिक्किम, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, जम्मू-कश्मीर, बिहार के 27 केंद्रों को ई-मेल से प्रश्नपत्र व उत्तर पुस्तिका की कवर पेज भेजा गया। वहीं कवर पेज पर ए-4 साइज का पन्ना जोड़ कर केंद्रों ने परीक्षा कराई। इस नई व्यवस्था से ज्यादातार केंद्र संतुष्ट दिखे। किसी भी केंद्र से पेपर मिलने में कोई परेशानी की सूचना नहीं है।
परीक्षार्थियों से गुलजार रहा परिसर
प्रथम पाली बीएड, पत्रकारिता, पुरातत्व एंव संग्राहलय विज्ञान, संस्कृत प्रमाणपत्रीय व संगीत प्रमाणपत्रीय व आयुर्वेदाचार्य की परीक्षा थी। जबकि द्वितीय पाली में शास्त्री-आचार्य की परीक्षाएं हुईं। परीक्षाओं के कारण करीब छह माह बाद विश्वविद्यालय में छात्रों की चहलपहल देखी गई। परीक्षार्थियों की चहलकदम से परिसर सुबह से ही गुलजार रहा।
कोविड प्रोटोकॉल के साथ शुरू हुई परीक्षा
कोरोना महामारी को देखते हुए इस बार गेट पर परीक्षार्थियों की कोई तलाशी नहीं ली गई। इसके स्थान पर परीक्षार्थियों की थर्मल स्कैङ्क्षनग के बाद केंद्रों पर प्रवेश की अनुमति दी गई। परीक्षा को लेकर ज्यादातर परीक्षार्थी खुश थे। परीक्षा नियंत्रक विशेश्वर प्रसाद ने बताया शास्त्री-आचार्य की परीक्षा के लिए पूरे 320 केंद्रों पर करीब 17000 परीक्षार्थी विभिन्न परीक्षाओं में पंजीकृत थे। पहले दिन परीक्षार्थियों की करीब 87 फीसद उपस्थिति रही। वहीं विश्वविद्यालय केंद्र पर परीक्षार्थियों की करीब 95 फीसद उपस्थिति रही। हालांकि कोरोना पॉजिटिव होने के कारण पर जम्मू स्थित माता वैष्णों देवी गुरुकुल (कटरा ) के दो छात्र परीक्षा से हुए वंचित हो गया।
स्पेशल परीक्षा संभव
परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि केंद्र ने इसकी सूचना 21 सितंबर को ही दे दी थी। कहा कि शासन की गाइड लाइन के अनुसार इन दोनों छात्रों के लिए बाद में स्पेशल परीक्षा कराने पर विचार किया जाएगा। कहा कि कोविड-19 के कारण परीक्षा से वंचित होने वाले परीक्षार्थी का प्रकरण परीक्षा समिति में रखा जाएगा। उन्होंने सभी केंद्रों पर शांतिपूर्ण तरीके से परीक्षा होने का दावा किया है। कहा कि परीक्षा में कोई भी परीक्षार्थी नकल करते हुए नहीं पकड़ा गया है।
छात्रनेताओं के हस्तक्षेप से मिला छात्रावास
संबद्ध बीएड कालेजों के छात्रों की भी परीक्षा विश्वविद्यालय केंद्र पर ही हो रही है। ऐसे में दिल्ली, अमेठी, प्रयागराज, जौनपुर व आजमगढ़ से तमाम छात्र परीक्षा देने विश्वविद्यालय आए हुए हैं। जौनपुर, आजमगढ़ सहित कई जनपदों से तमाम परीक्षार्थी अपने निजी साधन से परीक्षा देने आए थे। परीक्षा देने के बाद लौट गए। वहीं दिल्ली, अमेठी, प्रयागराज सहित तमाम छात्र परीक्षा के दौरान रहने के लिए काफी परेशान थे। छात्रनेताओं के पहल पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने बीएड के इन छात्रों को परीक्षा अवधि तक छात्रावास में रहने की अनुमति प्रदान कर दी। विवि प्रशासन के इस फैसले से सैकड़ों छात्रों को राहत मिल गई।