Move to Jagran APP

कलाकारों के मुद्दों के साथ सपा ने रंगमंच दिवस पर खोला मोर्चा, कलाकार घेरा कार्यक्रम का आयोजन

पूर्व मंत्री मनोज राय धूपचंडी के अनुसार देश-विदेश में प्रदेश का नाम रोशन करने वाले विभिन्न क्षेत्रों के कलाकारों खिलाड़ियों आदि को सपा सरकार ने मान दिया। आगे भी सरकार में आने पर इस तरह की योजनाओं के जरिए प्रोत्साहित किया जाएगा।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Sat, 27 Mar 2021 02:13 PM (IST)Updated: Sat, 27 Mar 2021 02:13 PM (IST)
कलाकारों के मुद्दों के साथ सपा ने रंगमंच दिवस पर खोला मोर्चा, कलाकार घेरा कार्यक्रम का आयोजन
सपा ने संगीत-कला के शहर में फनकारों को सपा शासन में दिए जा चुके यश भारती सम्मान की याद दिलाई।

वाराणसी, जेएनएन। विधानसभा चुनाव की तैयारियों की ओर चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ रही समाजवादी पार्टी अब कलाकारों के मुद्दे पर भी सरकार को घेरा। संगीत-कला के शहर में फनकारों को सपा शासन में दिए जा चुके यश भारती सम्मान की याद दिलाई। इसके तहत मिलने वाली पेंशन का स्मरण कराया और सरकार के विरोध में सीधे तौर पर सामने लाया गया। उनके जरिए पूर्व में सपा सरकार द्वारा किए गए कार्यों को भी लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया। इसमें यश भारती सम्मान व कलाकारों के लिए पेंशन का प्रविधान मुख्य मुद्दा तो रहा ही, इनके जरिए पार्टी अपनी बातों को जन जन तक पहुंचाने का प्रयास भी किया। 

loksabha election banner

समाजवादी पार्टी पिछले कुछ महीनों से पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देशानुसार समाज के अलग-अलग वर्गों के साथ घेरा कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस कड़ी में शनिवार को कलाकारों को शामिल करते हुए इसके कलाकार घेरा का कार्यक्रम का नाम दिया गया है। इसके तहत लोहटिया स्थित विवेकानंद अभिनव शिक्षण संस्थान के लोकवाणी हॉल में दोपहर बाद जिला व महानगर इकाई के सदस्यों, विशेष आमंत्रित सदस्यों, पदेन सदस्यों, वरिष्ठ नेताओं, वर्तमान व पूर्व विधायकों, जिला पंचायत सदस्यों, ब्लाक प्रमुखों, ग्राम प्रधानों, पार्षदों, मुख्य फ्रंटल संगठन के पूर्व व वर्तमान पदाधिकारियों को बुलाया गया था। कला व कलाकारों की नगरी में पार्टी सदस्यों को पूर्व में सपा सरकार की ओर से उन्हें दिए गए लाभ, सम्मान व प्रविधान की याद दिलाई। उनके जरिए अपनी बातों को जनता के बीच पहुंचाने का प्रयास किया गया।

सपा सरकार में मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने यश भारती पुरस्कार की घोषणा की थी। इसके तहत देश-विदेश में प्रदेश का नाम रोशन करने वाली यूपी की माटी से जुड़ी कला समेत विभिन्न क्षेत्रों की हस्तियों को सम्मानित किया जाता रहा है। यश भारती सम्मान के तहत पहले पांच लाख रुपये की धनराशि दी जाती थी। बाद में इसे बढ़ाकर 11 लाख रुपये कर दिया गया था। साथ ही आन डिमांड 50 हजार रुपये पेंशन का भी प्रविधान किया गया था। यश भारती सम्मान पाने वालों में भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्ला खां, ठुमरी साम्राज्ञी पद्मविभूषण गिरिजा देवी, कथक नृत्यांगना सितारा देवी, ख्यात शास्त्रीय गायक पद्मविभूषण पं. छन्नूलाल मिश्र, ख्यात शास्त्रीय गायक पद्मभूषण पं. राजन साजन मिश्रा, ख्यात सरोद वादक पं. विकास महाराज, ख्यात बिरहा गायक पद्मश्री हीरालाल यादव, ख्यात लोकगायक विष्णु यादव, फिल्म गीतकार शीतला प्रसाद पांडेय समीर, कैफी आजमी, शबाना आजमी, अमिताभ बच्चन, जया बच्चन, अभिषेक बच्चन समेत आवार्डियों की लंबी श्रृंखला है। 

सपा सरकार के बाद यश भारती सम्मान तो बंद हुआ ही पेंशन भी बंद कर दी गई। हालांकि, हालिया बजट में प्रदेश सरकार की ओर से कलाकारों के लिए अलग सम्मान और पेंशन का प्रविधान किया गया है। पूर्व मंत्री मनोज राय धूपचंडी के अनुसार देश-विदेश में प्रदेश का नाम रोशन करने वाले विभिन्न क्षेत्रों के कलाकारों, खिलाड़ियों आदि को सपा सरकार ने मान दिया। आगे भी सरकार में आने पर इस तरह की योजनाओं के जरिए प्रोत्साहित किया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.