रामनगर में छात्रा ने गंगा नदी में आत्महत्या की नीयत से लगाई छलांग, मौके पर मौजूद मल्लाहों ने बचाया
बुधवार की सुबह फिर एक छात्रा ने पुल से छलांग लगाकर अपनी जान देने की कोशिश की।
वाराणसी, जेएनएन। रामनगर थाना क्षेत्र स्थित सामने घाट पुल इन दिनों लोगों के लिए सुसाइड प्वाइंट बनता जा रहा है। गत दिनों गंगा में छलांग लगाए शम्भु पाठक का जहां अभी तक कुछ पता नहीं चला, वहीं बुधवार की सुबह फिर एक छात्रा ने पुल से छलांग लगाकर अपनी जान देने की कोशिश की।
हालांकि गंगा में छलांग के बाद छात्रा के कपड़े में हवा भरने की वजह से वह गंगा नदी के अंदर नहीं जा पायी और गंगा नदी में ही धारा के साथ बहने लगी। छात्रा द्वारा आत्महत्या की कोशिश करते देखकर गंगा नदी में घाट किनारे मौजूद बाबूलाल निषाद, रोहित साहनी, रविंद्र निषाद, मोहित साहनी मोटरबोट लेकर तत्काल मौके और मौके पर पहुंच कर छात्रा को जीवित बाहर निकाल लिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने छात्रा को लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में भर्ती कराया है।
छात्रा कालेज के यूनिफॉर्म में थी, जिससे उसके कालेज स्टूडेंट होने की जानकारी हो सकी। हालांकि पुलिस की जांच पड़ताल शुरू होने के बाद उसके बैग में मिले आईकार्ड के आधार पर यह मालूम हुआ कि वह बीए तृतीय वर्ष की छात्रा है। छात्रा की पहचान चंदौली जनपद के पीडीडीयू नगर कोतवाली क्षेत्र के महमूदपुर चंधासी के तौर पर हुई है। आत्महत्या जैसा कदम उसने क्यों उठाया इस बाबत पूछने पर छात्रों ने कोई जवाब नहीं दिया। जिसके कारण गंगा में छलांग लगाने के वजहों की जानकारी नहीं हो सकी है।
हालांकि पुलिस ने इस बाबत छात्रा के परिजनों को सूचित कर दिया है, बताया कि परिजनों के आने के बाद ही छात्रा से पूछताछ की जाएगी और असल वजहों की जानकारी हो सकेगी। छात्रा की हालत स्थिर है और समय रहते बचाव होने की वजह से छात्रा की स्थिति भी सामान्य है। हालांकि किसी से भी बात न करने की वजह से छात्रा के अवसाद में होने की बात चिकित्सकों ने बताई है।