चलती ट्रेन के नीचे गिरी लड़की की आरपीएफ ने बचाई जान, वाराणसी कैंट स्टेशन पर हुआ हादसा
आरपीएफ के जवानों की तत्तपरता से सोमवार को वाराणसी कैंट स्टेशन पर एक किशोरी की जान बच गई। अपनी माँ को बोगी में चढ़ाने के दौरान फिसलकर वह ट्रेन के नीचे गिर पड़ी थी।
वाराणसी, जेएनएन। आरपीएफ के जवानों की तत्तपरता से सोमवार को कैंट स्टेशन पर एक किशोरी की जान बच गई। अपनी माँ को बोगी में चढ़ाने के दौरान फिसलकर वह ट्रेन के नीचे गिर पड़ी थी। मौके पर मौजूद जवानों ने किशोरी को सकुशल बाहर निकाला। इस कार्य के लिए आरपीएफ के जवानों की हर तरफ प्रसंशा हो रही है।
मिली जानकारी के अनुसार जमालपुर (जौनपुर) निवासी विकास सिंह पुत्री रिया सिंह(16) और पत्नी सारिका सिंह के साथ मुंबई जा रहे थे। कामायनी स्पेशल के बी-1 कोच में उन्होंने आरक्षण कराया था। तीनों के प्लेटफार्म नंबर तीन पर पहुचते ही ट्रेन चल पड़ी। हाथ में लगेज लेकर दौड़ते हुए पहले विकास अंदर घुसे। फिर सरिता की तरफ हाथ बढ़ाया। नीचे खड़ी रिया भी अपनी मां को चलती ट्रेन में ऊपर चढ़ाने लगी। इस बीच अचानक पैर फिसलने से रिया ट्रेन के नीचे गिर पड़ी। संयोगवश पूरा शरीर पटरी के किनारे सिमट गया। वरना अनहोनी से इनकार नहीं किया जा सकता था। बहरहाल, मौके पर मौजूद आरपीएफ के जवानों ने तत्तपरता दिखाई। रिया का हौसला बढ़ाते हुए ऊपर खिंच लिया। गार्ड का इशारा मिलते ही लोको पायलट ने आपात ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक दिया। यह घटनाक्रम देख वहां मौजूद लोगों के पसीने छूट गए। जीवनदान मिलते ही रिया अपनी माँ से लिपट कर रोने लगी। परिवार वालों ने आरपीएफ के सब इंस्पेक्टर सीपी दुबे, राहुल, परमजीत व सफाई कर्मचारियों का हृदय से आभार जताया।
रेलवे परिसर में शव मिलने से सनसनी
कैंट स्टेशन स्थित प्लेटफार्म नंबर दो के पूर्वी छोर पर सोमवार को एक अधेड़ का शव मिलने से सनसनी फैल गई। रेलवे कंट्रोल की सूचना पर पहुची जीआरपी ने मुआयना करने के बाद शव को कब्जे में ले लिया। जीआरपी के अनुसार 45 वर्षीय अधेड़ भिक्षुक प्रतीत हो रहा है। फिलहाल शव की शिनाख्त नहीं हो पाई है।
कामायनी स्पेशल का डायवर्जन बढ़ा
प्रयाग- फाफामऊ के मध्य प्रस्तावित दोहरीकरण कार्य के चलते प्रभावित कामायनी स्पेशल ट्रेन के डायवर्जन में विस्तार किया गया है। यह ट्रेन बुधवार तक परिवर्तित मार्ग से ही गन्तव्य के लिए प्रस्थान करेगी। फाफामऊ- प्रयाग रेलखंड के मध्य दोहरीकरण कार्य के कारण 20 अगस्त से लेकर सात सितंबर तक डायवर्जन लिया गया था। परिणामस्वरूप कामायनी स्पेशल ट्रेन कैंट स्टेशन पर पूर्व निर्धारित प्लेटफार्म के बजाय तीन नम्बर से रवाना हो रही है।