आजादी की जंग में समाजवादियों की भूमिका महत्वपूर्ण, सपा कार्यालय में अगस्त क्रांति पर गोष्ठी का आयोजन
समाजवादियों ने आर्थिक सामाजिक विषमता को दूर करने के लिए बराबर संघर्ष किया और वह आंदोलन आज भी जारी है।
आजमगढ़, जेएनएन। महात्मा गांधी के आह्वान पर 1942 में अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन को किसी एक विचारधारा में बांधना उचित नहीं होगा। उस आंदोलन में समाजवादियों की भूमिका सबसे अधिक थी। डा. राममनोहर लोहिया, जयप्रकाश नारायण, अच्युत पटवर्धन, अरुणा आसफ अली, आचार्य कृपलानी व यूसुफ मेहर आदि नेताओं ने भूमिगत रहकर जनता को जगाने का काम किया। डा. लोहिया व जयप्रकाश नारायण को जेल में बंद कर अंग्रेजी हुकूमत में यातनाएं दी गईं। समाजवादियों ने आर्थिक, सामाजिक विषमता को दूर करने के लिए बराबर संघर्ष किया और वह आंदोलन आज भी जारी है।
उक्त विचार सपा के निवर्तमान जिलाध्यक्ष हवलदार यादव ने कही। वह सपा कार्यालय पर आयोजित बैठक में बोल रहे थे। सदर विधानसभा इकाई के अध्यक्ष हरिश्चन्द्र यादव की अध्यता व शिवमूरत यादव के संचालन में आयोजित बैठक में पूर्व सांसद स्व. फूलन देवी को भी जयन्ती पर याद किया गया। पूर्व मंत्री दुर्गा प्रसाद यादव ने कहा कि फूलन देवी ने अत्याचार व अन्याय के खिलाफ संघर्ष किया। वर्तमान की भाजपा सरकार जनहित के मुद्दे पर फेल होती जा रही है। सिर्फ जनता के ऊपर हिटलर जैसा शासन कर रही है। कोरोना जैसी महामारी को खत्म करने की बजाय जनता के बीच दहशत फैलाई जा रही है। किसान, मजदूर, व्यापारी, महिलाएं आज सुरक्षित नहीं हैं। कानून व्यवस्था के नाम पर यह सरकार पूरी तरीके से फेल है। सरकार भाषण देकर मस्त है। बैठक में कमला प्रसाद यादव, बृजलाल सोनकर, पूर्व प्रमुख विजय यादव, डा. रामदुलार राजभर, वेदप्रकाश यादव, राजाराम सोनकर, प्रदीप कुमार यादव, बबिता चैहान, सपना निषाद, सूरज राजभर, प्रेमा यादव, अशोक तिवारी, मुक्तिनाथ राय, बाबूराम यादव, सुबाष, दुर्गेश यादव, राजेश यादव, अभिषेक यादव, मोईन शेख, गुड्डू प्रजापति आदि उपस्थित रहे।