वाराणसी में रिंग रोड : नवंबर तक फेज थ्री पर फर्राटा भर सकेंगे वाहन, मार्च 2022 तक करना था पूरा
वाराणसी में नया रिंग रोड बनने से चंदौली गाजीपुर आजमगढ़ जौनपुर भदोही मीरजापुर सोनभद्र आदि जिलों से आने-जाने वाले भारी वाहनों को बहुत फायदा होगा। इसके बनने के बाद पूरा बनारस रिंग रोड की आउटर सर्किल से घिर जाएगा।
जागरण संवाददाता, वाराणसी : निश्चित रूप से रिंग रोड फेज वन व टू का कार्य तय मियाद में पूरा हो गया लेकिन फेज थ्री में थोड़ा अधिक समय लग सकता है। मार्च 2022 में कार्य पूरा कर जनोपयोगी बनाने का लक्ष्य दिया गया था लेकिन अब यह लक्ष्य नवंबर तक होने की संभावना जताई जा रही है। इस बढ़ी मियाद के दरम्यान गंगा पर बन रहे फोर लेन पुल का वन वे बन कर तैयार हो जाएगा। इसके बाद वाहन फर्राटा भी भर सकेंगे। हालांकि, संपूर्ण रूप से पुल निर्माण में मार्च 2023 का वक्त लग सकता है। इसके बाद पूरा बनारस रिंग रोड की आउटर सर्किल से घिर जाएगा।
इसके बाद भारी वाहनों को बिना शहर में प्रवेश किए गंतव्य तक जाना आसान हो जाएगा। वहीं, शहर में जाम की समस्या बहुत हद तक दूर हो जाएगी। करीब 29 किलोमीटर लंबा फेज थ्री का काम तेज गति से चल रहा है। कार्यदायी कंपनी गैमन ने संसाधन बढ़ा दिए हैं। संदहा में फेज वन को जोड़ते हुए चिरईगांव ब्लाक से होते हुए बभनपुरवां तक आठ किलोमीटर सड़क बहुत हद तक बन गई है। तीन अंडरपास का कार्य अंतिम चरण में है। बभनपुरवां में सोता से लगायत गंगा पर पुल निर्माण के लिए आधार तैयार कर लिया गया है। यह पुल करीब एक किलोमीटर 651 मीटर लंबाई में बनाया जा रहा है। फोर लेन पुल पर दो-वे होगा। इसमें एक से आना तो दूसरे से जाना होगा। पुल की चौड़ाई 25 मीटर है। इसके अलावा फोर लेन रोड टू-वे होगा। वन-वे की चौड़ाई 12 मीटर होगी। तीन-तीन मीटर चौड़ी दोनों ओर सर्विस रोड व ढाई मीटर चौड़ा डिवाइडर बनाया जा रहा है। डिवाइडर पर पौधे भी लगाए जा रहे हैं। गंगा इस पार 50 फीसद से अधिक कार्य हो चुका है। इसमें अधिक समय लगने वाला आधार तैयार हो चुका है।
गंगा उस पार चंदौली में दो आरओबी व छह अंडरपास बनाने का काम चल रहा है। गंगा इस पार रिंग रोड के तीसरे फेज का काम चिरईगांव से बभनपुरवा तक सर्विस रोड, मुख्य सड़क और तीन स्थानों पर अंडर पास बन चुका है। दो स्थानों पर अंडर पास का काम तेजी से चल रहा है। इसी रफ्तार से काम चलता रहा तो मार्च-2022 से पहले काम पूरा हो जाएगा।
बनारस व आसपास के जिलों को लाभ
बनारस और गाजीपुर से सटा इलाका शहर से काफी दूर है। इन क्षेत्र के रहने वालों को चंदौली मुख्यालय या मुगलसराय जाने में काफी दिक्कत होती थी। पहले मात्र एक ही रास्ता था राजघाट पुल। बाद में बलुआघाट पुल बनने से बनारस और चंदौली की दूरी कम जरूर हुई लेकिन मुख्यालय से दूरी कम नहीं हो सकी। रिंग रोड बनने से चंदौली, गाजीपुर, आजमगढ़, जौनपुर, भदोही, मीरजापुर, सोनभद्र आदि जिलों से आने-जाने वाले भारी वाहनों को बहुत फायदा होगा।
रिंग रोड-थ्री फेज परियोजना
-चिरईगांव से अलीनगर तक दूरी-29 किलोमीटर
-गंगा में बभनपुरवा गांव के पास फोर लेन का नया पुल
-चंदौली में दो रेलवे ओवर ब्रिज
-वाहनों के लिए नौ अंडरपास
-कुल लागत 950 करोड़
-जमीन अधिग्रहण-फरवरी-2019
-कार्य आरंभ-फरवरी-2020
-पूरा करने का समय- मार्च-2023