वाराणसी में गोदाम भरने से चोलापुर में खरीदारी बंद, जानिए अन्य धान खरीद केंद्रों का हाल
जिले में लक्ष्य के सापेक्ष 78 फीसद धान खरीदा जा चुका है। जिला विपणन अधिकारी अरुण त्रिपाठी बताते हैं कि बारिश को देखते हुए धान की सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गई है। सेवापुरी केंद्र पर कुछ धान बाहर पड़े थे जिन्हें डबल तिरपाल लगाकर ढक दिया गया है।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। किसानों को उनके उत्पाद का समुचित मूल्य देने की सरकारी व्यवस्था के तहत जनपद में 42 केंद्र बनाए गए हैं, इनमें चोलापुर को छोड़ सभी केंद्रों पर धान की खरीद जारी है। वहां गोदाम भर जाने से पिछले 15 दिनों से खरीद बंद है। जबकि इसके पूर्व अन्य जगहों पर आई इस तरह की समस्या का समाधान गाजीपुर और चंदौली के राइस मिलों के गोदाम लेकर किया गया। अब तक लक्ष्य के सापेक्ष 78 फीसद धान खरीदा जा चुका है। जिला विपणन अधिकारी अरुण त्रिपाठी बताते हैं कि बारिश को देखते हुए धान की सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गई है। सेवापुरी केंद्र पर कुछ धान बाहर पड़े थे, जिन्हें डबल तिरपाल लगाकर ढक दिया गया है।
जिले में अब तक 6483 किसान केंद्रों पर पहुंचकर अपना धान बेच चुके हैं। 42,100 एमटी के सापेक्ष 32,878.22 टन धान खरीदा जा चुका है। इसके लिए देय 6312.54 लाख के सापेक्ष किसानों को 5458.62 लाख रुपये का भुगतान भी किया जा चुका है। सभी केंद्रों पर निर्बाध खरीद की जा रही है। पूर्व में कुछ केंद्रों पर भंडारण की समस्या आई तो गाजीपुर और चंदौली के गोदाम लेकर समस्या का समाधान किया गया।
चोलापुर प्रतिनिधि के अनुसार विकास खंड परिसर स्थित धान क्रय केंद्र में जगह न होने के कारण पिछले 15 दिनों से खरीदारी बंद है। धान क्रय केंद्र प्रभारी राजेश कुमार ने बताया कि केंद्र से उठान बंद होने से हम लोगों ने खरीदारी रोक दी है। गोदाम भर गया है। ऐसे में जब तक उच्चाधिकारियों का आदेश नहीं मिलता, तब तक खरीदारी करने में असमर्थ हैं। उधर विभाग ने क्षेत्र के रौनाकला स्थित क्रय केंद्र का गोदाम भरने के बाद किसानों की समस्याएं देखते हुए गांव में एक मकान किराये पर लेकर गोदाम बना दिया है और खरीद जारी रखी है। शनिवार को रौनाकला, रौना खुर्द, हड़ियाडीह, टेकारी, मुनारी, अजगरा के किसान नकछेद, लाल बहादुर यादव, राजीव गोस्वामी, शांति देवी समेत आधा दर्जन किसानों से 125 कुंतल धान की खरीदारी की गई।
आनलाइन उठान की धीमी गति से गोदामों में 18 हजार क्विंटल धान डंप : चिरईगांव प्रतिनिधि के अनुसार केंद्रों पर खरीदे गए धान की आनलाइन उठान न होने से लगभग 18000 क्विंटल से अधिक धान गोदामों में डंप पड़ा है। इसके चलते केंद्र प्रभारी धान खरीद की गति धीमी कर दिए हैं। धान गोदामों में रखे हैं, इसलिए बूंदाबादी से सुरक्षित हैं। गौराकला के प्रभारी कैलाश ने बताया कि 404 किसानों से 23002 कुंतल धान की खरीद हुई है। उठान लगभग 9000 कुंतल ही हुआ है। भगतुआ केंद्र प्रभारी रमाशंकर मौर्य ने बताया कि 179 किसानों से 9006 कुंतल धान खरीदा गया है। लगभग 6000 कुंतल धान गोदाम में ही पड़ा है। आनलाइन उठान में समस्या आ रही है। पीसीएफ नरायनपुर पर 180 किसानों से 8115 कुंतल और छांही गोपपुर पर 192 किसानों से 8300 कुंतल धान की खरीद हुई है। 1800 कुंतल धान गोदाम में ही पड़ा है। भुगतान 70 फीसदी हो चुका है।
बूंदाबांदी व गोदाम भरा होने पर भी खरीद जारी : बड़ागांव में गांगखुर्द स्थित गोदाम भर जाने के बाद भी धान की खरीद जारी है। प्रभारी नीरज सिंह ने बताया कि पिछली बार की अपेक्षा इस बार लगभग चालीस अन्य किसानों ने आनलाइन टोकन लेकर बिक्री किया है। फिर भी छोटे किसानों की धान खरीद की जा रही है। अब तक कुल 275 किसानों से लगभग 13000 क्विंटल धान खरीदा जा चुका है। 236 किसानों का भुगतान भी उनके खाते में पहुंच गया है। शेष किसानों का भुगतान दो चार दिन में चला जाएगा। धान बारिश से सुरक्षित है।
गोदाम में जगह नही, फिर भी खरीद : सेवापुरी में कपसेठी साधन सहकारी समिति, स्थित गोदाम पर पीसीएफ द्वारा संचालित धान क्रय केंद्र पर भरा बोरा नहीं है जबकि नेट पर बोरी उपलब्ध है। प्रभारी दयाशंकर ने बताया कि अब तक 345 किसानों से धान की खरीदा गया है। 249 किसानों का भुगतान भी हो गया है। पहुंच आनलाइन डिलेवरी में समस्या के कारण गोदाम भर गया है, लेकिन खरीदारी चालू है। पिंडरा में साधन सहकारी समिति फूलपुर, बाबतपुर, मरुई छताव धान क्रय केंद्रों पर उठान चालू होने से गोदाम में ही धान रखा जा रहा है । उक्त केंद्रों पर धान सुरक्षित है। बाबतपुर क्षेत्र के धान क्रय केंद्र आयर में ट्रक में धान लोड करके भेजा जा रहा है।