काशी विश्वनाथ कारिडोर के 400 करोड़ के संशोधित बजट को मंजूरी, सुरक्षा पर खर्च होंगे 5.47 करोड़
काशी विश्वनाथ विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद की शनिवार को पांचवीं बैठक में कारिडोर के संशोधित 400 करोड़ के बजट को हरी झंडी दे दी गई। इसके अलावा निर्माणाधीन 24 भवनों के संचालन के लिए कंसल्टेंट के चयन आदि की प्रक्रिया भी पारित की गई।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। काशी विश्वनाथ विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद की शनिवार को पांचवीं बैठक में कारिडोर के संशोधित 400 करोड़ के बजट को हरी झंडी दे दी गई। इसके अलावा निर्माणाधीन 24 भवनों के संचालन के लिए कंसल्टेंट के चयन आदि की प्रक्रिया भी पारित की गई। साथ ही वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए 42.09 करोड़ रुपये का बजट भी पास किया गया। आय-व्यय की राशि के साथ ही प्रस्तावित कई प्रमुख बिंदुओं पर सहमति जताई गई। इसके अलावा कई प्रमुख बिंदुओं पर चर्चा हुई।
परिषद के अध्यक्ष व कमिश्नर दीपक अग्रवाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में धाम में निर्माणाधीन 24 भवनों के संचालन के लिए कंसल्टेंट को लेकर चर्चा हुई। बोर्ड की बैठक में सहमति मिलने के बाद कमिश्नर ने दस दिन में टेंडर आदि की प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिया। तय किया गया कि इस तरह का खाका खींचा जाए ताकि संचालन के लिए कोई धनराशि सरकार से न लेनी पड़े।
परिषद देखेगा कारिडोर, न्यास के पास मंदिर की जिम्मेदारी
इस दौरान न्यास के कार्यों को लेकर भी गहन मंत्रणा हुई। तय किया गया कि विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद कारिडोर संचालन संबंधी कार्य देखेगा। न्यास मंदिर की व्यवस्था देखेगा। दरअसल, न्यास के पास पूजन-अर्चन व परंपरा की जिम्मेदारी है। इससे संबंधित कार्य उसके पास होंगे।
शासन को भेजा जाएगा संशोधित प्रस्ताव
कमिश्नर ने कहा कि आय व्यय को स्वीकृति दी गई। साथ ही कई अन्य बिंदुओं पर चर्चा हुई। परियोजना में फर्नीचर के लिए 9.09 करोड़ आगणन की स्वीकृति, परियोजना अंतर्गत सुरक्षा उपरकरणों के लिए 5.47 करोड की आगणन की स्वीकृति आदि शामिल रहा। सुरक्षा पर इस तरह कुल खर्च होंगे 5.47 करोड़ रुपये।
कमिश्नर ने कहा कि कारिडोर के नक्शे में भी कुछ परिवर्तन हुआ है। गंगा छोर के गेट में बदलाव किया जा रहा है। इसके साथ ही घाट के संरक्षण के लिए जलासेन घाट से मर्णिकर्णिका घाट तक सात मीटर चौड़ी व बीस मीटर लंबी एक दीवार भी बनायी जा रही है। इसके अलावा अन्य कई नए काम बढऩे के कारण बजट में बढ़ोत्तरी हुई है। बोर्ड की बैठक में स्वीकृति मिलने के बाद इसको शासन को भेज दिया जाएगा। कहा कि श्रीकाशी विश्वनाथधाम नित नया आकार ले रहा है। बहुतायत कार्य पूर्ण हो चुके हैं। शेष को तेजी से पूर्ण कराया जा रहा है। निर्धारित समय के अंदर सभी कार्यों को पूरा कर लिया जाएगा।