एसिड अटैक पीड़िताओं का पहला रेस्टोरेंट बनारस में, न सिर्फ काम करेंगी बल्कि वह मालिक भी होंगी
नए जीवन के रूप में बनारस में एक ऐसा रेस्टोरेंट खुलने वाला है जहां पर एसिड अटैक पीड़िताएं न सिर्फ काम करेंगी बल्कि वह मालिक भी होंगी
वाराणसी, जेएनएन। तेजाब की जलन से न सिर्फ शरीर झुलसता है बल्कि इंसान की रूह तक कांप जाती है। केवल गलत जिद पूरा करने के लिए कुछ गंदी मानसिकता वाले बेकसूरों को तेजाब से नहलाकर उनकी जिंदगी तबाह कर देते हैं। इन्हीं लोगों के लिए नए जीवन के रूप में बनारस में एक ऐसा रेस्टोरेंट खुलने वाला है जहां पर एसिड अटैक पीड़िताएं न सिर्फ काम करेंगी बल्कि वह मालिक भी होंगी। अजय पटेल इस रेस्टोरेंट को खोलने की तैयारी कर चुके हैं और 20 जनवरी को मानस मंदिर के पास द आरेंज नाम के इस रेस्टोरेंट का उद्घाटन होगा।
रेड ब्रिगेड संस्था के संस्थापक व सेवापुरी क्षेत्र के मनकइयां गांव निवासी अजय बताते हैं कि रेस्टोरेंट की जगह लेने में किराये सहित कई अड़चनें आईं। इसके बाद एक्शन एड संस्था ने चार महीने तक रेस्टोरेंट का खर्च व किराया देने का वादा किया है। तुलसी मानस मंदिर के पास जगह मिली। चार महीने बाद हमें खुद के खर्च पर इसे चलाना होगा। इसका नाम द आरेंज रखा गया है। यहां पर भारतीय, बनारसी, चाइनीज व्यंजन मिलेगा। छह तेजाब पीड़ित लड़कियां यहां का काम देखेंगी। इसके उद्घाटन के लिए अभिनेत्री दीपिका पादुकोण व लक्ष्मी अग्रवाल को बुलाने का प्रयास है। इस रेस्टोरेंट को बीएचयू के विजुअल आर्ट फैकल्टी के डा. मनीष अरोड़ा के नेतृत्व में पीयूष कुमार गुप्ता व राहुल कुमार निश्शुल्क रेस्टोरेंट का इंटीरियर कर रहे हैं। परिवार का भी सहयोग अजय की पत्नी भी मुसहर बस्ती में बच्चों को पढ़ाती हैं और उनके एक बेटा व एक बेटी है। वर्ष 2015 में कौन बनेगा करोड़पति में भी रेड ब्रिगेड ने पैसे जीते थे और अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा ने फंड रिलीज किया था।