मानचित्र स्वीकृति की आनलाइन प्रकिया के दूर करें दोष, पूर्वांचल रियल एस्टेट एसोसिएशन ने की मांग
पूर्वांचल रियल एस्टेट एसोसिएशन (प्रेया) के पदाधिकारियों ने शुक्रवार को वीडीए उपाध्यक्ष ईशा दुहान से मुलाकात की। उन्हें मानचित्र स्वीकृति की ऑनलाइन प्रक्रिया में हो रही देरी के बारे में अवगत कराया। आरोप लगाया कि सॉफ्टवेयर पूरी तरह मानक अनुरूप नहीं है।
वाराणसी, जेएनएन। पूर्वांचल रियल एस्टेट एसोसिएशन (प्रेया) के पदाधिकारियों ने शुक्रवार को वीडीए उपाध्यक्ष ईशा दुहान से मुलाकात की। उन्हें मानचित्र स्वीकृति की ऑनलाइन प्रक्रिया में हो रही देरी के बारे में अवगत कराया। आरोप लगाया कि सॉफ्टवेयर पूरी तरह मानक अनुरूप नहीं है। समस्या के बारे में मुख्य सचिव आवास दीपक कुमार व मुख्य नगर एवं ग्राम नियोजक अनूप को भी दूरभाष पर अवगत कराया जा चुका है। वीडीए उपाध्यक्ष ने बिल्डरों की समस्या का समाधान के लिए भरोसा दिलाया। व्यापारियों ने कहा कि हाई फ्लड लेवल से 200 मीटर दूरी में पूर्णतया निर्माण प्रतिबंध अव्यवहारिक है। इस कारण नागरिक अपनी ही सम्पत्ति पर निर्माण नहीं कर पा रहे हैं। प्रतिनिधिमंडल में संरक्षक ओपी गुप्ता, चेयरमैन अनुज डिडवानिया, अध्यक्ष आरसी जैन, महासचिव आकाश दीप, कोषाध्यक्ष जीत सिन्हा, ज्वाइंट सेक्रेटरी प्रशांत केजरीवाल, उप सचिव आशुतोष सिंह, शुभम डिडवानिया आदि थे।
शहर के समग्र विकास के लिए वाराणसी बिल्डर्स एंड डेवलपर्स एसोसिएशन ( क्रेडाई) के प्रतिनिधि मंडल ने वाराणसी विकास प्राधिकरण में टाउन प्लानिंग प्रभारी मनोज कुमार से मुलाकात की। इस भेंट में शहर के सर्वांगीण विकास के लिए कई मुद्दों पर सकारात्मक चर्चा हुई। एसोसिएशन के लोगों ने इस दौरान ऑनलाइन नक्शा पास करवाने में आ रही असुविधाओं को दूर करने की मांग की। बैठक में प्रमुख रूप से पूरे शहर को प्रभावित करने वाली उच्चतम बाढ़ स्तर से आने वाली समस्याओं के निदान के संबंध में सकारात्मक चर्चा हुई । बिल्डिंग के पूर्ण रूप से बनने के बाद पूर्णता प्रमाण पत्र को प्राप्त करने में हो रही देरी पर भी एसोसिएशन के अध्यक्ष लोकेश गुप्ता की अगुवाई में विचार हुआ। स्मार्ट सिटी के हिसाब से शहर के मास्टर प्लान में हो रहे संशोधन पर भी सकारात्मक चर्चा की गई। प्रतिनिधिमंडल में क्रेडाई यूपी उपाध्यक्ष दीपक बहल, वाराणसी बिल्डर्स एंड डेवलपर्स एसोसिएशन ( क्रेडाई वाराणसी) के चेयरमैन अरुण अग्रवाल, उपाध्यक्ष रमन सिंह व आलोक रॉय, महासचिव मयंक गुप्ता, कोषाध्यक्ष अभिनव पांडेय शामिल थे।