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वाराणसी वासियों के लिए राहत, कोरोना जीनोम सिक्वेंसिंग की आई रिपोर्ट में ओमिक्रोन नहीं

दक्षिण अफ्रीका सहित कई देशों में फैल चुके वैश्विक महामारी कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्राेन की पुष्टि के लिए के लिए जांच मंगलवार की शाम को पूरी हो गई। आइएमएस (चिकित्सा विज्ञान संस्थान) बीएचयू स्थित एमआरयू लैब में जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए सोमवार को आठ सैंपल मशीन में गए थे।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Tue, 07 Dec 2021 05:04 PM (IST)Updated: Tue, 07 Dec 2021 05:04 PM (IST)
आइएमएस (चिकित्सा विज्ञान संस्थान), बीएचयू स्थित एमआरयू लैब में जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए सोमवार को आठ सैंपल मशीन में गए

जागरण संवाददाता, वाराणसी : दक्षिण अफ्रीका सहित कई देशों में फैल चुके वैश्विक महामारी कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्राेन की पुष्टि के लिए के लिए जांच मंगलवार की शाम को पूरी हो गई। आइएमएस (चिकित्सा विज्ञान संस्थान), बीएचयू स्थित एमआरयू लैब में जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए सोमवार को आठ सैंपल मशीन में गए थे। इसमें वाराणसी व गाजीपुर के चार-चार कोरोना पाजिटिव लोगों के सैंपल शामिल है। यह रिपोर्ट वाराणसी के साथ ही गाजीपुरवासियों के लिए भी राहत भरी है। कारण कि इसमें एक भी ओमिक्रोन के मामले नहीं है। सभी डेल्टा वैरिएंट मिले जो इस समय दक्षित व पूर्वोत्तर भारत में फैले हुए हैं।

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मालूम हो कि संस्थान के गैस्ट्रोएंट्रोलाजी विभाग के एक डाक्टर व एक मरीज के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद हर स्तर पर सतर्कता बढ़ा दी गई है। इन दोनों के साथ ही यूरोलाजी विभाग में आए एक और मरीज कोरोना पाजिटिव पाया गया है। इसके अलावा मुंबई के माध्यम फ्रांस से आइ 33 वर्षीय महिला भी संक्रमित है। वहीं शनिवार को अन्नपूर्णा नगर कालोनी की एक और बुजुर्ग महिला संक्रमित पाई गई। वहीं गाजीपुर में तीन लोग ऐसे संक्रमित पाए गए जो अमेरिका से आए हैं। सभी एक ही परिवार के हैं। इसके अलावा गाजीपुर की ही एक और महिला सक्रमित है जो बीएचयू के गैस्ट्रोएंट्रोलाजी विभाग में दिखाने के लिए आई थी। कुछ मिलाकर आठ लोगों के सैंपल बीएचयू के एमआरयू लैब में पहले ही जमा करा दिए गए । लैब की प्रभारी प्रो. रोयना सिंह ने बताया कि सभी की जीनोम सिक्वेंसिंग पूरी हो गई है। बताया सभी डेल्टा वैरिएंट हैं। कारण कि गाजीपुर में जो अमेरिका से फेमिली आई थी वह गाजीपुर आने से पहले हैदराबाद गई थी। अन्य का नाता पूर्वोत्तर भारत से रहा है। इस समय डेल्टा वैरिएंट पूर्वोत्तर व दक्षिण भारत में फैलाव बढ़ा रहा है। उत्तर प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर में भी डेल्टा वैरिएंट आ गया था, जिसके कारण लोग इसके प्रति रक्षित हो गए हैं। यही कारण है कि आठ लोगों के कोरोना पाजिटिव पाए जाने के बाद भी संक्रमण बढ़ा नहीं।


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