वाराणसी में 15 प्राथमिक विद्यालयों का हो रहा पुर्ननिर्माण, आधुनिक सुविधाओं से समृद्ध होंगे विद्यालय
वाराणसी में प्राथमिक स्तर के इन सभी प्राथमिक विद्यालयों में दो-दो अतिरिक्त कक्ष बरामदा व कार्यालय कक्ष बनना है। इसके लिए सभी विद्यालयों को एक समान 11.21 लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत है। दो विद्यालय को छोड़ कर अन्य में निर्माण लिंटर तक पहुंच गया है।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। समग्र शिक्षा के तहत जनपद के 15 परिषदीय विद्यालयों के पुर्ननिर्माण के लिए शासन से करीब 1.68 करोड़ रुपये का अनुदान मिला है। प्राथमिक स्तर के इन सभी प्राथमिक विद्यालयों में दो-दो अतिरिक्त कक्ष, बरामदा व कार्यालय कक्ष बनना है। इसके लिए सभी विद्यालयों को एक समान 11.21 लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत है। दो विद्यालय को छोड़ कर अन्य में निर्माण लिंटर तक पहुंच गया है। मार्च तक कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
बीएसए राकेश सिंह ने बताया कि नगर क्षेत्र, काशी विद्यापीठ, आराजीलाइन व चोलापुर ब्लाक में एक-एक तथा पिण्डरा ब्लाक में दो, सेवापुरी ब्लाक चार व बडग़ांव ब्लाक पांच विद्यालयों में निर्माण कार्य जारी है। इसके अलावा तीन विद्यालयों में वृहद मरम्मत का कार्य कराया जा रहा है। इसमें कंपोजिट विद्यालय (सारनाथ-चिरईगांव) में 2.38 लाख से, पूर्व माध्यमिक विद्यालय (देवनाथपुर-हरहुआ) में 1.16 लाख तथा कंपोजिट विद्यालय (वरनी- सेवापुरी) में 1.65 लाख के वृहद मरम्मत का कार्य कराया जा रहा है। लगभग 50 से 75 फीसद तक कार्य पूर्ण भी हो चुका है।
इन विद्यालयोंं का पुर्ननिर्माण
-नगर क्षेत्र : प्राथमिक विद्यालय (नरिया )
-काशी विद्यापीठ ब्लाक : प्राथमिक विद्यालय (खुलासपुर)
-आराजीलाइन ब्लाक: प्राथमिक विद्यालय (मुंगवार)
-चोलापुर ब्लाक : प्राथमिक विद्यालय (मगरहुआ)
-पिण्डरा ब्लाक : प्राथमिक विद्यालय (कठरवां व शिवपुर)
-सेवापुरी ब्लाक : प्राथमिक विद्यालय (गोसाईपुर, गजेपुर, नहवानीपुर व बरेमा)
-बडग़ांव ब्लाक : प्राथमिक विद्यालय (अहिरानी, सोनपुरवा, नोनियारपुर, विश्वनाथपुर व देवचंदपुर)
दो सालों में सरकारी विद्यालयों का बढ़ा दबदबा : सरकारी विद्यालयों का दबदबा बढ़ रहा है। पिछले दो साल के कोविड काल में सरकारी विद्यालयों बच्चों का नामांकन बढ़ा है। वहीं छोटे स्तर के निजी विद्यालयों छात्रसंख्या घटी है। सामाजिक संस्था असर ने कोविड काल के दौरान शैक्षणिक संस्थानों, बच्चों को किन-किन चुनौतियों का सामना करना पड़ा इस पर आनलाइन सर्वे किया था। इसके तहत संस्था ने उत्तर प्रदेश सहित 25 राज्यों व तीन केंद्र शासित राज्यों के 75234 बच्चों व 7299 अभिभावकों व शिक्षकों से फोन के माध्यम से संपर्क किया। इसमें वाराणसी के भी बच्चे व अभिभावक शामिल है। शिक्षकों, बच्चों (उम्र छह से 14 वर्ष) व उनके अभिभावकों के फीड बैक के आधार संस्था स्टेट कोआर्डिनेटर सुनील कुमार ने बुधवार को विस्तृत रिपोर्ट जारी की। रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2018 में निजी स्कूलों में 6-14 आयु वर्ग के 32.5 फीसद बच्चे नामांकित थे। वहीं 2021 में घटकर 24.4 फीसद हो गया है। वहीं सरकारी विद्यालयों में वर्ष 2018 में 57.4 फीसद बच्चे पंजीकृत थे। वर्ष 2021 सरकारी विद्यालयों में बच्चों की संख्या बढ़कर 67.4 फीसद हो गई।