औद्योगिक समस्याएं दूर करने के लिए मुख्यमंत्री से की जाएगी सिफारिश, बोले मंत्री उदयभान सिंह
सूक्ष्म लघु उद्योग एवं निर्यात प्रोत्साहन राज्य मंत्री चौधरी उदयभान सिंह ने बुधवार को कहा कि औद्योगिक समस्याएं दूर करने को निष्ठा से प्रयास करूंगा।
वाराणसी, जेएनएन। सूक्ष्म लघु उद्योग एवं निर्यात प्रोत्साहन राज्य मंत्री चौधरी उदयभान सिंह ने बुधवार को कहा कि औद्योगिक समस्याएं दूर करने को निष्ठा से प्रयास करूंगा। पहले भी कह चुका हूं, हमें अपने वकील के रूप में देखिए। मुझसे जो बन पड़ेगा वह तो होगा ही, मुख्यमंत्री से भी बड़ी दुश्वारियों के समाधान को सिफारिश की जाएगी। उनकी बातें दिल को छू गईं तो तालियों की गडग़ड़ाहट से सभागार गूंज उठा। 50 वीं वर्षगांठ पर एक स्मारिका का विमोचन किया गया।
चौधरी उदयभान सिंह स्माल इंडस्ट्री एसोसिएशन के 50 वें स्थापना दिवस पर उद्यमियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उद्योग का रास्ता ही देश को तरक्की की राह पर ले जा रहा है। मुख्यमंत्री भी औद्योगिक समस्याओं के समाधान को गंभीर हैं। उन्होंने संबोधन की शुरुआत एसआइए की नींव रखने वाले उद्यमियों को नमन कर की। बोले किसी कार्य की शुरुआत करना आसान है, लेकिन उसे चिरंजीवी बनाना मुश्किल। 50 वर्ष एक युग होता है। उद्यमियों को सुना हूं। उनके चेहरे पर सांगठनिक सफलता की खुशी तो कुछ दुश्वारियां भी महसूस हुईं। समस्याएं उनका निदान एक निरंतर प्रक्रिया है। मैं दुश्वारियों से अवगत हूं, उनके समाधान भी होंगे। शास्त्रों में वर्णित है, ईमानदार प्रयास निरर्थक साबित नहीं होते है। मुझे मपनाइए, ढाई वर्ष में दो दशक का काम करूंगा। उन्होंने एसआइए को 50 साल की सफलता के लिए बधाई दी। बनारस बीड्स के निदेशक अशोक गुप्ता ने देश में कारोबारी दुश्वारियों की जानकारी दी। अध्यक्ष राजेश भाटिया ने संगठन के इतिहास एवं महामंत्री नीरज पारिख ने सामाजिक सरोकार से जुड़े कार्यों पर विस्तृत जानकारी दी। बेहतर प्रदर्शन के लिए उद्यमी, अधिकारियों को सम्मानित किया गया। संरक्षक जसवंत सिंह, बीडी अग्रवाल, उत्तम अग्रवाल, विजय मित्तल, राजेश वर्मा, अवधेश गुप्ता, राजीव जयपुरिया, अशोक गुप्ता के अलावा श्रीनारायण खेमका, अनुज डिडवानिया, राहुल मेहता, प्रेम मिश्रा, अशोक जायसवाल, सोमनाथ विश्वकर्मा इत्यादि मौजूद रहे।
इंडियन इंडस्ट्री एसोसिएशन के उपाध्यक्ष आरके चौधरी ने कहा मुख्यमंत्री ने बिजनेस समिट कर दर्शा दिया कि उद्यमियों के प्रति फिक्रमंद हैं। धन नहीं ध्यान की कमी से व्यवस्थाओं में रोड़ा अटक रहा है। तंत्र की मानसिकता के कारण 'इज ऑफ डूइंग' लागू नहीं हो पा रहा। इस सरकार से उद्यमियों को बहुत उम्मीदें है। सीएम के नाम एक पत्रक भी राज्यमंत्री को सौंपे।