टीम इंडिया में जगह बनाने के लिए रणजी खिलाड़ी सोनभद्र के दुद्धी में बहा रहा पसीना
नगालैंड रणजी टीम के गेंदबाज के रूप में ख्याति बटोरने वाले ङ्क्षसचाई विभाग के अवर अभियंता के पुत्र अरुण कुमार चौहान इन दिनों दुद्धी में जमकर पसीना बहा रहे हैं।
सोनभद्र, जेएनएन। नगालैंड रणजी टीम के गेंदबाज के रूप में ख्याति बटोरने वाले ङ्क्षसचाई विभाग के अवर अभियंता के पुत्र अरुण कुमार चौहान इन दिनों दुद्धी में जमकर पसीना बहा रहे हैं। वैश्विक महामारी कोविड-19 की वजह से देश में चल रहे तमाम प्रतिबंधों की वजह से वे इन दिनों अपने पिता नरेंद्र सिंह चौहान के धनौरा कालोनी में स्थित सरकारी आवास में रहते हुए भी अपनी नियमित प्रैक्टिस से कोई समझौता नहीं कर रहे हैं। शनिवार को दोपहरी में कड़ाके की धूप के बीच लकड़ा बंधा किनारे नेट पर गेंदबाजी का पूरे दमखम के साथ प्रैक्टिस करते देख जागरण की निगाह उत्साही खिलाड़ी पर पड़ी।
धूप में अकेले गेंदबाजी की नेट प्रेक्टिस पर सवाल दागने में रणजी खिलाड़ी अपना परिचय देते हुए बताया कि कोरोना की वजह से उसकी इंडियन टीम में सेलेक्शन के लिए टेस्ट नहीं हो पाई है। भारतीय क्रिकेट टीम में जगह बनाने के लिए यहां कोई स्थान नहीं मिला, तो सुबह, दोपहर और शाम इसी बंधे के किनारे आकर गेंदबाजी का प्रैक्टिस करते है। जिससे वे इंडियन टीम का हिस्सा बने। मूल रूप से गाजीपुर जिला निवासी श्री चौहान के पिता कनहर सिंचाई परियोजना में अवर अभियंता के पद पर कार्यरत हैं। भरपूर हौसले से लवरेज युवा खिलाड़ी ने बताया कि अपने इस हसरत को पूरा करने के लिए उसने अब तक कई सरकारी नौकरी में आने के बाद ज्वाइन ही नहीं किया। पिता एवं बड़े भाई का भी भरपूर सहयोग की बदौलत उन्हें भरोसा है कि उनकी मेहनत लगन एवं परिवार के सकारात्मक सहयोग से निश्चित तौर पर वह अपने मुकाम को हासिल करेंगे। इसके लिए शारीरिक फिटनेश के साथ ही गेंदबाजी को धार देने के लिए नियमित तौर पर तीन से चार घंटे पसीना बहा रहे है। उन्होंने बताया कि बीते सप्ताह गाजीपुर जिला क्रिकेट एसोसिएशन की बैठक में पिता नरेंद्र ङ्क्षसह चौहान को जिला उपाध्यक्ष बनाकर गृह जिले के लोगों ने भी उनसे काफी अपेक्षाएं रखी हुई है।