रामलीला के किरदार लेने लगे आकार, पूर्वाभ्यास से लीला प्रेमियों की अकुलाहट बढ़ी
रामलीला के दौरान शाही सवारी में शामिल होने वाली बाघंबरी बग्घी एक दिन पहले शनिवार की देर शाम सड़क पर उतरी, रामलीला की आहट ने लीला प्रेमियों की अकुलाहट बढ़ा दी।
वाराणसी (रामनगर) । विश्वप्रसिद्ध रामलीला के दौरान शाही सवारी में शामिल होने वाली बाघंबरी बग्घी एक दिन पहले शनिवार की देर शाम सड़क पर उतरी। घोड़ों की टाप से इलाका गूंजा और पूर्वाभ्यास मात्र से रामलीला की आहट ने लीला प्रेमियों की अकुलाहट बढ़ा दी। अब हर किसी को इंतजार है अनंत चतुर्दशी (रविवार) की शाम का जब क्षीर सागर की झांकी सजेगी और रावण जन्म के साथ मर्यादा पुरुषोत्तम की लीला का मंचन शुरू हो जाएगा। पांच किलोमीटर के दायरे में परंपराओं की थाती संभाले श्रद्धा-भक्ति का रंग बिखेरने वाली घुमंतू रामलीला का मासपर्यंत मंचन किया जाएगा।
हालांकि विश्वप्रसिद्ध रामलीला का अनौपचारिक शुभारंभ तो भादो शुक्ल पक्ष की चतुर्थी पर द्वितीय गणेश पूजन से ही हो गया था जब चौक रामलीला पक्की पर रामायणियों ने बालकांड की दोहे - चौपाइयों को झाल मंझीरे की थाप पर स्वर दिया था। दस दिनी नैत्यिक अनुष्ठान में दस दिनों तक परंपरानुसार बाल कांड के 175 दोहे -चौपाइयां जिनका मंचन नहीं किया जाता उसका शाम को गायन पूरा कर लिया गया। उधर, प्रभु की लीलाओं का आनंद उठाने, स्वरूपों में देव स्वरूपों की झलक पाने के लिए आसपास की धर्मशालाओं और मठ -मंदिरों में साधु-संतों के डेरे गड़ गए हैं। अब एक माह तक यहीं प्रवास कर संत- महंतों समेत लीला प्रेमी रामलीला में सुख अनंत प्राप्त करेंगे।