मानक के विपरीत बिछाई गई रमना एसटीपी की पाइप लाइन, बीएचयू आइआइटी की तकनीकी टीम ने मौका-मुआयना कर की पड़ताल
वाराणसी में नगवा के गंगोत्री विहार कालोनी स्थित मकानों में पड़ी दरार की वजह जांचने के लिए बीएचयू आइआइटी की तकनीकी टीम ने बुधवार को मौका-मुआयना किया। पड़ताल के दौरान कई गड़बडिय़ों की ओर इशारा किया। पाइप लाइन बिछाने में मानकों की अनदेखी की आशंका जाहिर की।
जागरण संवाददाता, वाराणसी : नगवा के गंगोत्री विहार कालोनी स्थित मकानों में पड़ी दरार की वजह जांचने के लिए बीएचयू आइआइटी की तकनीकी टीम ने बुधवार को मौका-मुआयना किया। पड़ताल के दौरान कई गड़बडिय़ों की ओर इशारा किया। प्रारंभिक जांच में टीम ने रमना स्थित सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के लिए पाइप लाइन बिछाने में मानकों की अनदेखी की आशंका जाहिर की।
जांच टीम ने निर्माण कार्य देखा। साथ ही वहां के रहनवारों से भी बात की। टीम ने बताया कि मामला बेहद गंभीर है। इलाके के लिए एक जांच कमेटी बनेगी। जांच करने पहुंचे तकनीकी विशेषज्ञों की मानें तो सीवर लाइन डालने में अनियमितता होने के कारण सीवेज आपूर्ति शुरू होते ही प्रेशर पडऩे के बाद कंपन होने लग रहा है। इसके परिणामस्वरूप मिट्टी धंस रही है और मकानों में दरार पड़ रहे हैं। नगवा स्थित सीवेज पंङ्क्षपग स्टेशन के कर्मचारियों की लापरवाही भी इस कदर है कि मकानों में दरारों की शिकायत होने पर सोमवार को क्षतिग्रस्त पाइप लाइन की वेङ्क्षल्डग कराने की जगह सीमेंट छोप कर चले गए। इससे लीकेज की समस्या कम होने की जगह बढ़ गई है। उधर, जब मामला गंभीर होने लगा तो चुपके से पाइप लाइन की वेङ्क्षल्डग करने पहुंच गए जिससे नाराज कालोनी के लोग विरोध पर उतर आए। कालोनीवासियों के तल्ख तेवर देख बाद में सभी को बैरंग लौटना पड़ा।
लोगों ने कहा, जब तक समस्या का नहीं होगा समाधान, धरना रहेगा जारी
नगवा के गंगोत्री विहार कालोनी स्थित कई मकानों की दीवारों, छतों व फर्श में आई दरार का मामला तूल पकड़ चुका है। प्रभावित लोगों के साथ समर्थन में स्थानीय लोगों ने बुधवार को रमना स्थित सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट परिसर में धरना दिया। इसकी सूचना मिलने पर एसीपी भेलूपुर प्रवीण कुमार लंका पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे और समस्याओं को सुना।
उन्होंने दरार पड़ चुके मकानों में नहीं रहने की सलाह भी दी। बता दें कि मकानों की दीवारों, छतों में दरार के कारण मिथुन शाह, गुरु प्रसाद, सुनीता देवी, अनिल साहनी, गोपाल शाह, नंदलाल सेठ अपने घरों से सामान लेकर सुरक्षित ठौर-ठिकाने पर पहुुंच गए हैं। लोगों का कहना है कि उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। किरायेदारी पर लंबे वक्त तक रहना मुश्किल होगा। एसीपी भेलूपुर ने पूरे हालात से जिलाधिकारी और कमिश्नर को रिपोर्ट भेज दी है। धरनारत लोगों का कहना हैं कि जब तक समस्या का कोई ठोस समाधान नहीं होगा तब तक धरना जारी रहेगा।