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रामनगर की विश्व प्रसिद्ध रामलीला बारिश के कारण स्थगित, लीला प्रेमियों को मिली निराशा

रामनगर की विश्व प्रसिद्ध रामलीला दूसरे दिन भी बरसात के कारण स्थगित करनी पड़ी। देव स्वरूपों की आरती कर इसके विधान पूरे किए गए।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Sun, 29 Sep 2019 05:43 PM (IST)Updated: Sun, 29 Sep 2019 06:00 PM (IST)
रामनगर की विश्व प्रसिद्ध रामलीला बारिश के कारण स्थगित, लीला प्रेमियों को मिली निराशा
रामनगर की विश्व प्रसिद्ध रामलीला बारिश के कारण स्थगित, लीला प्रेमियों को मिली निराशा

वाराणसी, जेएनएन । रामनगर की विश्व प्रसिद्ध रामलीला दूसरे दिन भी बरसात के कारण स्थगित करनी पड़ी। देव स्वरूपों की आरती कर इसके विधान पूरे किए गए। रामलीला देखने के लिए तीसरे पहर से ही उमड़े लीला प्रेमियों को बरसात से निराशा तो हाथ लगी लेकिन आरती की झांकी दर्शन कर इस तरह निहाल हुए जैसे प्रभु से साक्षात हो गया।

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रामनगर की रामलीला मंचन की बजाय संपूर्ण अनुष्ठान है। इसके विधान भी कुछ इसी तरह निभाए जाते हैैं। ऐसे में बरसात या अन्य किसी कारण से लीला न हो पाए तो आरती कर विधान पूरे कर लिए जाते हैैं। अगले दिन रामलीला क्रमानुसार संचालित की जाती है और छोटे प्रसंगों के दिनों में समन्वित होते हुए अपने क्रम में आ जाती है। शुक्रवार को भी बरसात के कारण लीला स्थगित करनी पड़ी थी। इससे पहले वर्ष 2006 में चंद्रगहण, 2009 व 2016 में बरसात और पिछले साल पात्रों की बीमारी के कारण लीला स्थगित करनी पड़ी थी।

आरती बेहद खास

लीलाप्रेमियों के लिए रामलीला से भी अधिक मान नित्य होने वाली आरती का है। लीला छूट भी जाए लेकिन लोग आरती तक पहुंच ही जाते हैैं। खास यह कि आरती परिस्थितिजन्य होती है। प्रभु श्रीराम की बिना माता सीता के आरती में राम आरती होने लगी है..., राम विवाह के बाद आरती करिए सियावर की... और पहले दिन आरती श्रीरामायण जी की... का गायन किया जाता है।  


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