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Good News : पार्सल लेने घर तक जाएगा रेलवे, खुलेगा सिटी पार्सल बुकिंग एजेंसी

एजेंट पार्सल को घर तक पहुंचाएगा यानी होम डिलीवरी करेगा। इसके लिए रेलवे यहां की किसी कंपनी अथवा फर्म से एमओयू करेगा जो पार्सल किसी के भी घर या संस्थान से स्टेशन ले जाकर बुक करवाएगी और पार्सल आने पर उसे छोड़ेगी भी।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Tue, 28 Sep 2021 11:58 PM (IST)Updated: Tue, 28 Sep 2021 11:58 PM (IST)
Good News : पार्सल लेने घर तक जाएगा रेलवे, खुलेगा सिटी पार्सल बुकिंग एजेंसी
एजेंट पार्सल को घर तक पहुंचाएगा यानी होम डिलीवरी करेगा।

वाराणसी [अनूप कुमार अग्रहरि]। व्यापारियों तक सीधी पहुंच बनाने और उनकी सुविधा के मद्देनजर रेलवे प्रशासन ने शहरों में पार्सल सिटी बुकिंग एजेंसी खोलने की योजना बनाई है। परिणामस्वरूप व्यापारियों को माल बुक कराने के लिए रेलवे स्टेशन आना नहीं पड़ेगा। वह नजदीकी एजेंसी में जाकर अपना माल बुक करा सकते हैं। इस संदर्भ में रेलवे बोर्ड की ओर से सभी क्षेत्रीय रेलवे को पत्र जारी कर दिया है।

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इस योजना की सबसे खास बात ये है कि एजेंट पार्सल को घर तक पहुंचाएगा यानी होम डिलीवरी करेगा। इसके लिए रेलवे यहां की किसी कंपनी अथवा फर्म से एमओयू करेगा, जो पार्सल किसी के भी घर या संस्थान से स्टेशन ले जाकर बुक करवाएगी और पार्सल आने पर उसे छोड़ेगी भी। एजेंट के तौर पर काम करने वाली इस एजेंसी के नंबर भी जारी होंगे। मतलब अगर किसी को पार्सल भेजना हो तो वह दिए गए नंबर पर सिर्फ फोन करेंगे और एजेंट पार्सल लेने हाजिर हो जाएगा।

एजेंसी का चयन करेगी टीम : वाणिज्य विभाग के अधिकारियों की एक टीम बनाई जा रही है, जो इसका सिस्टम तैयार करेगी। यह टीम ऐसी एजेंसी खोजेगी जो होम डिलीवरी कर सके। उससे उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल बाकायदा एमओयू करेगा। होम डिलीवरी का एक निश्चित शुल्क होगा, जो अधिक नहीं रहेगा। खास बात ये है कि इस सिस्टम से पार्सल बुक करने और पार्सल घर में प्राप्त करने की दशा में उसकी सुरक्षा रेलवे के ही जिम्मे होगी। वाणिज्य विभाग के अफसरों की टीम बनाएगा, जो होम डिलिवरी सिस्टम के लिए नियम व शर्तें बनाएगी। बता दें कि लीज ठेकेदार स्टेशनों पर अपना काउंटर खोलकर बुकिंग के लिए पहुंचे लोगों को घेर लेते हैं और अपने रेट पर बुकिंग कर लेते हैं। जबकि ये काउंटर अवैध हैं।

हजारों कुंतल माल का आयात निर्यात : वाराणसी को बिजनेस का बड़ा हब माना जाता है, यहां से पूर्वांचल समेत बिहार और आसपास के राज्यों में हजारों कुंतल माल निर्यात किया जाता है। वहीं दिल्ली, कोलकाता, महाराष्ट्र व रांची सहित अन्य राज्यों से इतनी ही मात्रा में सामान आयात किए जाते है। सड़क ट्रांसपोर्ट से ज्यादा रेल मार्ग को तहरीज दी जाती है। पार्सल एजेंट और लीज होल्डर के जरिए व्यापारी अपना माल ट्रेन से भेजते व मांगते हैं।

मैदागिन में टीबीएस काउंटर : व्यापारियों की सुविधा का खयाल रखते हुए उत्तर रेलवे ने पहले से ही मैदागिन क्षेत्र में एक टीबीएस काउंटर खोल रखा है। यहां रोजाना 50 किलो से लेकर पांच कुंतल और दस कुंतल तक माल की बुकिंग होती है। जरी, साड़ी, बर्तन और कास्मेटिक वस्तुओं के मामले में मैदागिन, चौक, लोहटिया और विशेश्वरगंज पूर्वांचल का बड़ा बिजनेस हब है। सिटी बुकिंग एजेंसी शुरू कराने से पहले रेल प्रशासन ने मैदागिन टीवीएस काउंटर की परफॉमेंस रिपोर्ट मांगी है।


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