Railway Board बनाएगा कोराना योद्धाओं पर वृत्तचित्र, लाकडाउन के पलों को सहेजेगी आरपीएफ
कोरोना काल में संक्रमण के खतरों के बीच असहायों व श्रमिकों के मददगार बने आरपीएफ जवानों के नेक काम जल्द ही हम आप रेलवे स्टेशनों पर देख सकेंगे। रेलवे बोर्ड इस दिशा में गंभीरता से प्रयास कर रहा है। कमांडेंट आशीष इस दिशा में गंभीरता से प्रयास कर रहे हैं।
चंदौली [विवेक दुबे]। कोरोना काल में संक्रमण के खतरों के बीच असहायों व श्रमिकों के मददगार बने आरपीएफ जवानों के नेक काम जल्द ही हम आप रेलवे स्टेशनों पर देख सकेंगे। रेलवे बोर्ड इस दिशा में गंभीरता से प्रयास कर रहा है। बोर्ड ने देश भर में रेलवे संपत्ति और ट्रेनों की सुरक्षा की कमान संभालने के साथ-साथ लोगों की मदद करने वाले जवानों पर वृत्तिचित्र बनाने का निर्देश दिया है।
यह वृत्तचित्र लाकडाउन के दौरान मोबाइल या अन्य माध्यमों से तैयार किए गए रिकार्डिंग की मदद तैयार किया जाएगा। इसे तैयार करने में संपादन से लेकर वायस ओवर तक का सारा काम जवान ही करेंगे। कमांडेंट आशीष मिश्र इस दिशा में गंभीरता से प्रयास कर रहे हैं। पहला वृत्तचित्र करीब-करीब तैयार हो गया है। जल्द इसे डीआरएम के माध्यम से रेलवे मुख्यालय भेजा जाएगा। वहां पूरे देश से आए वृत्तचित्र जुटाए जाएंगे और उनमें जो सबसे बेहतर होगा उसे देशभर के स्टेशनों पर चलाया जाएगा। इसके पीछे बोर्ड का उद्देश्य यह है कि इससे जवानों का मनोबल बढ़े।
यह वृत्तचित्र कितना बड़ा होगा यह तय नहीं किया गया है। लेकिन यह ध्यान रखा गया है कि यह कम से कम इतना बड़ा हो कि स्टेशन से कम से कम समय के लिए गुजरने वाला व्यक्ति भी इसे देखे और उसका उद्देश्य समझ सके। इसका आकार दो मिनट, डेढ़ मिनट और एक मिनट का भी हो सकता है।
लाकडाउन के दौरान जवानों द्वारा किए गए मुख्य काम
-श्रमिक स्पेशल ट्रेन से सफर करने वाले श्रमिकों के लिए पीडीडीयू जंक्शन पर जवान भोजन व पानी के बोतल उपलब्ध कराते थे।
-हृदयपुर, छित्तमपुर, धरना आदि गांवों के 20 से अधिक घुमंतू बच्चों को संक्रमण से बचाव करते हुए दोनों वक्त का भोजन मुहैया कराया।
-मंडल के कर्मनाशा स्टेशन से पहली बार श्रमिक स्पेशल ट्रेन का परिचालन किया गया। स्टेशन से लगभग 47 ट्रेनें चलीं और तकरीबन 76 हजार श्रमिकों को कोरोना काल में उनके गंतव्य तक पहुंचाया गया। -एक कोच में एक यात्री को कोच बनाया गया ताकि किसी को कोई दिक्कत न हो।
-इसके साथ-साथ रेल संपत्ति और ट्रेनों की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी जवान निभा रहे थे।
-कई बार स्टेशन पर ही जरूरतमंदों के लिए भोजन पकाया गया और इसे पैकेट में भरकर बांटा गया।
सुरक्षा के साथ सेवा भाव का नया चेहरा दिखाई देगा
कोरोना संक्रमण काल में जवानों के जज्बे का हौसला अफजाई करने के लिए डाक्यूमेंट्री बनाई जा रही है। इस फिल्म में आरपीएफ के जवानों का सुरक्षा के साथ सेवा भाव का नया चेहरा दिखाई देगा।
- आशीष मिश्र , आरपीएफ कमांडेंट, पीडीडीयू मंडल