Move to Jagran APP

निजीकरण के खिलाफ वाराणसी में रेलवे व एलआइसी कर्मियों ने बुलंद की आवाज, कर्मचारी संगठनों का प्रदर्शन

निजीकरण के खिलाफ वाराणसी में रविवार को रेलकर्मियों व भारतीय जीवन बीमा निगम के कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Sun, 09 Aug 2020 08:56 PM (IST)Updated: Mon, 10 Aug 2020 12:23 AM (IST)
निजीकरण के खिलाफ वाराणसी में रेलवे व एलआइसी कर्मियों ने बुलंद की आवाज, कर्मचारी संगठनों का प्रदर्शन
निजीकरण के खिलाफ वाराणसी में रेलवे व एलआइसी कर्मियों ने बुलंद की आवाज, कर्मचारी संगठनों का प्रदर्शन

वाराणसी, जेएएनएन। निजीकरण के खिलाफ रविवार को रेलकर्मियों व भारतीय जीवन बीमा निगम के कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया। देश में प्राइवेट ट्रेन चलाने व रेलवे के निगमीकरण एवं निजीकरण के विरोध में रेल कर्मचारियों ने रविवार को कैंट स्टेशन पर प्रदर्शन किया। उत्तरीय रेलवे मजदूर यूनियन एवं नॉर्दर्न रेलवे मेंस यूनियन समेत अन्य कर्मचारी संगठनों ने केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ लामबंद होकर विरोध जुलूस निकाला। एलआइसी बनारस मंडल के सभी कर्मचारियों के परिवार वालों ने भी आयोजन में घर से शामिल हुए l

loksabha election banner

कैंट स्‍टेशन पर प्रदर्शनरत कर्मचारियों ने मांगे न पूरी होने की दशा में केंद्र सरकार और रेलवे प्रशासन को आंदोलन की चेतावनी दी। इसके पूर्व संक्षिप्त सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि प्राइवेट हाथों में जाने से रेलवे ही नहीं, बल्कि पूरे देश की अर्थव्यवस्था बिगड़ जाएगी। रेलवे का निजीकरण एवं निगमीकरण कहीं से तर्कसंगत नहीं है। कहा कि नई पेंशन योजना को समाप्त कर पुरानी पेंशन योजना को लागू किया जाए। महंगाई भत्ता बढ़ा हुआ जनवरी-2020 से नहीं दिया गया। इसके अलावा रात्रि कालीन भत्ता में सीलिंग लगाने सहित विभिन्न मांगों पर शासन व प्रशासन का आकृष्ट कराया। इसी क्रम में उत्तरीय रेलवे मजदूर यूनियन के सदस्यों ने शक्ति समर्थन दिवस के माध्यम से केंद्र सरकार को चेतावनी दी। वहीं दूसरी ओर नॉर्दर्न रेलवे मेंस यूनियन के सदस्यों ने प्लेटफार्म नंबर पांच स्थित डीजल लॉबी के समक्ष विरोध-प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में मुख्य रूप से नॉर्दर्न रेलवे मेंस यूनियन के मंडल अध्यक्ष राजेश सिंह, एसके सिंह, डीके सिंह अखिलेश पांडेय और उत्तरीय रेलवे मजदूर यूनियन के सहायक मंडल मंत्री तारक नाथ, शाखा सचिव विंध्यवासिनी यादव, चंद्रशेखर यादव सहित अन्य मौजूद रहे।

9 अगस्त 1942 को अंग्रेजो के दमन कारी व गुलामी जिंदगी से त्रस्त होकर महात्मा गांधी ने आज ही के दिन भारत छोड़ोऔर करो या मरो का नारा दिया था l गांधी जी के उस आंदोलन से प्रेरित होकर एलअाइसी के प्रमुख ट्रेड यूनियन एआइआइईए द्वारा निजीकरण भारत छोड़ो का नारा दिया। रविवार को दिन में 11 बजे हिंदुस्तान के सभी एलआइसी कर्मी, सभी बैंक, जीआइसी, व अन्य पब्लिक सेक्टर के कर्मचारी व उनका परिवार, बच्चे माता, पिता मिलकर पोस्टर प्रदर्शनी, अपने दरवाजे पर, अपने छत पर कियाI  पोस्टर में, सेव एलआइसी/जीआइसी, सेव पीएसयू, सेव इंडिया और रेल, तेल, भेल, कोल, बैंक,बीएसएनएल, एयर इंडिया का राष्ट्रीय कृत स्वरुप बरकरार रखने का अपील सरकार से किया गया। शाम को देश के सभी एलआइसी और पब्लिक सेक्टर के सभी कर्मचारी सपरिवार दीया जलाकर शासन, प्रशासन को सद्बुद्धि आए और वो निजीकरण का विचार त्याग दे इसके लिए भगवान श्री राम से प्रार्थना करेंगेl 18 अगस्त को कोल इंडिया के राष्ट्रव्यापी हड़ताल के समर्थन में एलआइसी कर्मी पोस्टर प्रदर्शनी करेंगे। इस आन्दोलन का संचालन VDIEA बनारस मंडल के अध्‍यक्ष नारायण चटर्जी, अध्यक्ष और महामंत्री विनोद श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से किया II


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.