तूफान और बारिश ने की रेलवे की चेन पुलिंग, जानिए किन रुटों पर ट्रेनों का संचालन हुआ बाधित
लगातार हो रही बरसात ने रेल परिचालन व्यवस्था को बेपटरी कर दिया है। ट्रैकों पर पानी जमा होने से ट्रेनों को रूट बदल कर चलाना पड़ रहा है।
वाराणसी, जेएनएन। लगातार हो रही बरसात ने रेल परिचालन व्यवस्था को बेपटरी कर दिया है। ट्रैकों पर पानी जमा होने से ट्रेनों को रूट बदल कर चलाना पड़ रहा है। पीडीडीयू जक्शन व कैंट स्टेशन से गुजरने वाली ट्रेनों के लेटलतीफी का सिलसिला जारी है। सभी ट्रेनें घंटों विलंब से गंतव्य को रवाना हो रही है। इससे यात्रियों को भारी परेशानी भी हो रही है। जंक्शन स्थित पूछताछ केंद्र पर हलचल देखने को मिली। गाड़ियों की सटीक जानकारी प्राप्त करने को लोग मशक्कत करते नजर आए।
पटना जंक्शन पर जलभराव से ट्रेनें घंटों विलंब
पटना जंक्शन पर जलभराव के चलते संबंधित लाइन से होकर गुजरने वाली तकरीबन एक दर्जन महत्वपूर्ण ट्रेनों को गया-प्रधानखूंटा-नवादा लाइन से चलाया गया। ट्रेनों की लेटलतीफी से यात्रियों को परेशानी हुई। प्रभावित ट्रेनों में ब्रह्मपुत्रा, अपर इंडिया, हिमगिरी और कुंभ एक्सप्रेस आदि शामिल रहीं। बारिश का कहर रेल परिचालन व्यवस्था पर बरपा है। इससे यात्रियों को फजीहत झेलनी पड़ रही है। गत गुरुवार से लगातार हो रही बरसात के चलते एक दर्जन गाड़ियां प्रभावित हुई हैं। पटना लाइन की एक दर्जन ट्रेनों को रूट बदल कर चलाया गया। इससे गया लाइन की ट्रेनों का परिचालन भी प्रभावित हुआ। ट्रेनें घंटों विलंब से गंतव्य को रवाना हुईं। यात्री परेशान रहे। दरअसल पटना जंक्शन पर ट्रैक पर पानी भर जाने के चलते रेलवे को यह कदम उठाना पड़ा।
कैंट स्टेशन से गुजरने वाली ट्रेनों के लेटलतीफी का सिलसिला जारी
भारी बरसात का असर ट्रेनों के परिचालन व्यवस्था पर भी पड़ा है। बाढ़ प्रभावित इलाकों से गुजरने वाली ट्रेनों के लेटलतीफी का सिलसिला जारी है, वहीं शनिवार को बारिश के कारण रेलवे ट्रैक का सिग्नल फेल हो गया। गाड़ियां कॉशन देकर चलाई गई। लगातार दूसरे दिन भी सुबह से हो रही बारिश से कैंट स्टेशन पर सिग्नल फेल हो गया था। प्लेटफार्म नंबर नौ और पांच पर गाड़ियों को काशन देकर चलाना पड़ा। सुबह से ही पॉवर केबिन के स्टॉफ फॉल्ट खोजने और उन्हें दूर करने में लगे हुए थे। लोहता साइड के आउटर में ट्रैफिक क्लियरेंस के बावजूद सिग्नल लाल था।
आउटर में पिटी ट्रेन, हंगामा
प्लेटफार्म के अभाव में ट्रेनें कैंट स्टेशन के आउटर में घण्टों खड़ी रही। ट्रेन चलाने की मांग को लेकर यात्रियों ने हंगामा भी किया। आनन फानन में ट्रेनों को पास कराया गया। प्लेटफार्म खाली होने के इंतजार में डाउन बेगमपुरा एक्सप्रेस चार घंटे तक कादीपुर- बाबतपुर स्टेशन के बीच खडी रही। व्यासनगर स्टेशन पर अमृतसर जाने वाली पंजाब मेल को तीन घंटे तक रोक लिया गया था। इसी प्रकार मरुधर एक्सप्रेस दो, अर्चना एक्सप्रेस डेढ़ औऱ ताप्तीगंगा एक्सप्रेस आधे घंटे तक आउटर में ही खड़ी रही। आउटडोर स्टेशन मास्टर औऱ परिचालन विभाग के कर्मचारी पूरे दिन प्लेटफार्म पर दौड़ लगाते रहे।
बारिश में थमा रोडवेज का पहिया
बारिश के चलते रोडवेज बसों का परिचालन भी बाधित हो गया है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में चलने वाली बसों के फेरों में कटौती कर दी गई है। वहीं यात्रियों के अभाव में गाड़िया कैंट डिपो पर ही खड़ी है। इसके चलते तीन दिनों के अंदर रोडवेज को 30 लाख रुपये का घाटा सहना पड़ा। रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक केके शर्मा ने बताया बारिश में यात्रियों की संख्या काफी कम हुई है। इसका असर राजस्व पर भी पड़ा है।