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वाराणसी में शाइन सिटी के आरोपितों के ठिकानों पर छापेमारी, शरणदाताओं के बारे में जुटाई जा रही जानकारियां

शाइन सिटी कंपनी में जमीन दिलाने व टूर पैकेज के नाम पर करोड़ों रुपये धोखाधड़ी करने के मामले में कमिश्नरेट पुलिस आरोपितों के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। हालांकि किसी भी आरोपित के मिलने की सूचना नहीं है लेकिन उनके शरणदाताओं के बारे में जानकारी जुटाई गई है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Thu, 23 Sep 2021 07:50 AM (IST)Updated: Thu, 23 Sep 2021 07:50 AM (IST)
वाराणसी में शाइन सिटी के आरोपितों के ठिकानों पर छापेमारी,  शरणदाताओं के बारे में जुटाई जा रही जानकारियां
कमिश्नरेट पुलिस आरोपितों के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। शाइन सिटी कंपनी में जमीन दिलाने व टूर पैकेज के नाम पर करोड़ों रुपये धोखाधड़ी करने के मामले में कमिश्नरेट पुलिस आरोपितों के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। हालांकि किसी भी आरोपित के मिलने की सूचना नहीं है, लेकिन उनके शरणदाताओं के बारे में जानकारी जुटाई गई है। पुलिस के निशाने पर चार आरोपित हैं, जिनके ठिकानों की पड़ताल की जा रही है। इस संबंध में एडिशनल पुलिस आयुक्त मुख्यालय को जिम्मेदारी दी गई है। बता दें कि शाइन सिटी से जुड़े सभी मामलों की विवेचना ईओडब्लू कर रही है।

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जिस आरोपितों की पड़ताल कराई जा रही है, उनमें लक्सा थाना क्षेत्र के सिद्धगीरी बाग निवासी कंपनी के निदेशक अमिताभ श्रीवास्तव की पत्नी मीरा श्रीवास्तव के खिलाफ लखनऊ के गोमती नगर थाने में 37 मुकदमे दर्ज हैं। जैतपुरा थानांतर्गत काजी सादुल्लापुरा बड़ी बाजार निवासी मो. तारिक पर कैंट थाने में एक मुकदमा, चितईपुर थानांतर्गत सुसवाही स्थित सत्संग विहार कालोनी के राजीव कुमार सिंह के खिलाफ लखनऊ में एक व कैंट थाने में तीन मुकदमें दर्ज हैं। सिगरा के लल्लापुरा रामाकांत नगर निवासी आरएन भार्गव उर्फ कमलेश के खिलाफ कैंट थाने में तीन मुकदमे दर्ज हैं। आरोपित मीरा श्रीवास्तव के पति अमिताभ श्रीवास्तव इस समय जेल में है। उसे दिल्ली से पुलिस ने पिछले वर्ष गिरफ्तार किया था।

सीएमडी व एमडी ने दुबई में बनाया ठिकाना

शाइन सिटी के सीएमडी राशिद व आसिफ ने तीन वर्ष पूर्व भागकर दुबई में ठिकाना बना लिया है। प्रयागराज के करेली के जीटीबी नगर के मूल निवासी राशिद और आसिफ के खिलाफ लखनऊ से बनारस तक धोखाधड़ी के 250 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। दोनों पर 75 - 75 हजार के इनाम भी घोषित हैं। दोनों भाइयों के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी है। पुलिस के अनुसार दोनों भाइयों पर जब धोखाधड़ी के मुकदमे दर्ज होने लगे तो वह साल 2018 की शुरूआत में ही नेपाल चले गए। नेपाल से दोनों दुबई भाग गए। अब दोनों वहां हीरे का कारोबार करने के साथ ही अन्य धंधों में किस्मत आजमा रहे हैं।

सात के खिलाफ कोर्ट से जारी है वारंट

करोड़ों रुपये फर्जीवाड़ा करने के मामले में अदालत ने पिछले दिनों सात आरोपितों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था। ईओडब्लू के निरीक्षक शिवानंद मिश्र ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट भारतेंद्र सिंह की अदालत में इस आशय का प्रार्थना पत्र दिया था कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही लेकिन फरार रहने के कारण वे सभी पकड़े नहीं जा रहे हैं। सभी अपनी सम्पतियों को हटा रहे हैं। विवेचक ने अपने प्रार्थना पत्र में इन आरोपितों राशिद नसीम, आसिफ नसीम, आशीष कुमार वर्मा, संदीप उर्फ जतिन, रोहित कुमार, मुश्ताक आलम व मो इजहार अंसारी के नाम बताए थे और सबों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी करने का अनुरोध किया था।

नीलगिरी इंफ्रासिटी के खिलाफ भी पुलिस ने की थी कार्रवाई

शाइन सिटी के तर्ज पर नीलगिरी इंफ्रासिटी के कर्ताधर्ताओं पर भी प्लाट व टूर पैकेट के नाम पर करोड़ों की धोखाधड़ी के आरोप में 40 मुकदमे दर्ज हैं। कंपनी के सीएमडी विकास सिंह व उसकी पत्नी एमडी ऋतु सिंह समेत तीन आरोपित गिरफ्तार हो चुके हैं। अन्य आरोपितों की तलाश में पुलिस की टीमें दबिश दे रही हैं।


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