वाराणसी में चीन का पुतला फूंककर जताया विरोध, बोले- न तो चीनी सामान बेचेंगे और न ही खरीदेंगे
चीनी सैनिकों की घुसपैठ और भारतीय सैनिकों की शहादत से काशीवासी काफी नाराज हैं। बुधवार को इंद्रेश नगर लमही के सुभाष भवन के सामने चीन का पुतला फूंककर आक्रोश जताया गया।
वाराणसी, जेएनएन। चीनी सैनिकों की घुसपैठ और भारतीय सैनिकों की शहादत से काशीवासी काफी नाराज हैं। गलवान वैली में जिस तरह चीन की ओर से कायराना कृत्य को अंजाम दिया गया उससे यहां के लोगों के मन में अब चीनी उत्पादों के प्रति घृणा उत्पन्न हो गई है। वहीं विशाल भारत संस्थान के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इंद्रेश नगर लमही के सुभाष भवन के सामने सोमवार को चीन का पुतला फूंककर आक्रोश जताया। इससे पूर्व बीते मंगलवार की रात को वाराणसी में अर्दली बाजार के व्यापारी, नागरिक और अधिवक्ता आंदोलित हो गए थे। कहना है कि अब न तो चीन का सामान बेचेंगे और ना ही खरीदेंगे।
संस्थान के कार्यकर्ताओं ने दीपावली पर सजने वाले चीनी झालर को भी आग के हवाले कर दिया गया। सभी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की कसम खाई कि हम चीन के सामान का पूर्ण बहिष्कार करेंगे। चीन के सैनिकों की हिमाकत से नाराज महिलाओं ने पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया। पोस्टर पर लिखा था- ‘धोखेबाज चीन मुर्दाबाद।‘, ‘हर भारतीय का प्रतिकार, सामान सहित चीन का बहिष्कार’। संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष डा. राजीव श्रीवास्तव ने कहा कि देश की महिलाओं ने तय किया है कि घर की रसोई में, घर में कोई भी सामान चीन का बना हुआ इस्तेमाल नहीं करेंगी। यदि कोई सामान है तो उसकी होली जला देंगे। चीन का पूर्ण बहिष्कार किया जाएगा। युवा काशी बिस्कुट एंड कंफेक्शनरी व्यापार मंडल के बैनर तले बुधवार शाम को लहुराबीर चौराहे पर चाइनीज सामानों का बहिष्कार करते हुए चाइना के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का पुतला फूंका गया व वीर जवानों का प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
हम जीतेंगे और चीन को औकात बताएंगे
वहीं महामंडलेश्वर संतोष दास सतुआ बाबा का कहना है कि भारतीयों के लिए राष्ट्र धर्म से बड़ा कुछ नहीं। अपने देश के लिए हर भारतीय जीता है और प्राण न्योछावर करना भी जानता है। देश के स्वाभिमान के लिए जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। हम जीतेंगे और चीन को औकात बताएंगे। भाजपा काशी क्षेत्र के उपाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह का कहना है कि सेना के जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। धैर्य, साहस व संयम से हम भारत वासी हर परिस्थिति का मुकाबला कर सकेंगे। अपने नेतृत्व पर पूर्ण भरोसा है कि देश के स्वाभिमान की रक्षा के लिए कोई कसर बाकी न रखेंगे। हरिश्चंद्र पीजी कालेज के एसोसिएट प्रोफेसर डा. उदयन मिश्र ने कहा कि देश की संप्रभुता के साथ कोई समझौता नहीं किया जा सकता है। चीन को लाइन ऑफ कंट्रोल का पालन करना ही होगा। अन्यथा हमें मुंहतोड़ जवाब भी देना आता है। चीन की सेना से मुकाबला करने के लिए देश की सेना पूरी तरह से सक्षम है।
पांच करोड़ के चाइनीज उत्पाद का आर्डर रद
अनलाॅक के बाद ज्यादा भीड़ मोबाइल फोन के बाजार में है, लेकिन ट्रेंड बदल चुका है। लोग चाइनीज कंपनियों के उत्पादों से मुंह मोड़ रहे हैं। दुकानदार भी कह रहे, नहीं बाबा, अब चाइनीज सामान नहीं बेचेंगे। युवाओं ने तो चाइनीज मोबाइल फोन खरीदने से परहेज ही कर लिया है। आलम यह कि वाराणसी सहित आसपास के जिलों व्यापारियों ने पांच करोड़ से अधिक के चाइनीज उत्पादों का आर्डर ही रद कर दिया। इसमें रेशम, बिजली के उपकरण, मोबाइल फोन के आइटम भी शामिल हैं।
चीनी राष्ट्रपति का दहन किया पुतला
चीन सेना द्वारा लद्दाख में भारतीय सेना पर किए गए हमले में 20 भारतीय जवानों के शहीद होने की सूचना से बलिया के लोगों में जबरदस्त उबाल है। जहां देखें चीन मुर्दाबाद, भारत जिंदाबाद का नारा लोग लगा रहे हैं। बुधवार को बैरिया त्रिमुहानी पर भूतपूर्व सैनिक संगठन द्वारा चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का पुतला दहन किया गया और चीन मुर्दाबाद के साथ चीनी समान के बहिष्कार का आह्वान किया गया। उसके बाद शहीद हुए सैनिकों के प्रति दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर भूतपूर्व सैनिक संगठन के जिलाध्यक्ष अखिलेश्वर सिंह, एसएन सिंह, उज्जवल, शिवमंगल वर्मा, अजीत, आरएस वर्मा सहित दर्जनों पूर्व सैनिक मौजूद थे।
चीन की करतूस पर लोगों में गुस्सा, जलाया सामान
गलवान घाटी में सोमवार की रात चीनी सैनिकों के साथ हुए संघर्ष में 20 भारतीय जवानों के शहीद होने पर बुधवार को सोनभद्र में विभिन्न राजनीतिक व सामाजिक संगठनों ने चाइनिज सामानों को जला कर विरोध जताया। चीन की करतूस पर आक्रोश जताया और शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। जौनपुर जिले के विभिन्न इलाकों में व्यापार मंडल और अन्य वर्गों की ओर से चाइनीज वस्तुओं का विरोध करने के साथ ही शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।