समाज की धुरी होती है शिक्षा, समाज इससे सशक्त और स्वावलंबी बनता है : प्रो. टीएन सिंह
शिक्षा समाज की धुरी होती है ये धुरी जितनी मजबूत होगी हमारा समाज भी उतना ही सशक्त होगा।
वाराणसी, जेएनएन। शिक्षा समाज की धुरी होती है। ये धुरी जितनी मजबूत होगी, हमारा समाज भी उतना ही सशक्त और स्वावलंबी होगा। दूरस्थ शिक्षण पद्धति से देश के कोने-कोने तक गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा पहुंचाने में इग्नू ने अहम भूमिका निभाई है। 2025 तक 50 फीसद का उच्च शिक्षा का सकल पंजीयन अनुपात हासिल करने की संकल्पना इग्नू के बिना अधूरी है। यह बातें महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रो. टीएन सिंह ने सोमवार बीएचयू स्थित मालवीय मूल्य अनुशीलन केंद्र में को कही। वह इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) के 33वें दीक्षा समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
कहा अपने व्यापक नेटवर्क एवं सूचना तकनीकी का प्रयोग कर हर विद्यार्थी तक पहुंच सुनिश्चित कर इग्नू ज्ञानवान समाज के निर्माण की जिम्मेदारी को बखूबी निभा रहा है। यह एकमात्र ऐसी संस्था है जो अत्याधुनिक संसाधनों का प्रयोग करते हुए समाज के हर वर्ग के लोगों को शिक्षा प्रदान करती है। क्षेत्रीय निदेशक डा. उपेंद्र नभ त्रिपाठी ने बताया कि मुख्य समारोह इग्नू मुख्यालय-नई दिल्ली में आयोजित था, जिसके मुख्य अतिथि मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' थे। कहा इस बार देशभर के कुल 231573 छात्र-छात्राओं को उपाधि प्रदान की गई। इनमें क्षेत्रीय कार्यालय के 2753 विद्यार्थी शामिल हैं।
स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम सहित बीएड, बीएलएस, बीएससी व डिप्लोमा के 150 छात्र-छात्राओं को मंच से उपाधि प्रदान की गई। संचालन सहायक क्षेत्रीय निदेशक डा. संजय कुमार एवं डा. श्रवण कुमार पांडेय व धन्यवाद ज्ञापन सहायक कुलसचिव अवधेश कुमार पांडेय ने किया। इस अवसर पर प्रो. डीसी राय, प्रो. आशा राम त्रिपाठी, डा. एनपी सिंह, डा. आरएन शर्मा, डा. तारा सिंह, डा. राजेंद्र सिंह, डा. आरके श्रीवास्तव, डा. संदीप कुमार, जयमंगल सिंह आदि थे।
पुरा छात्रों को जोड़ रहा इग्नू : इग्नू क्षेत्रीय केंद्र, वाराणसी ने अपने पुराछात्रों से जोड़ने के लिए 'पुराछात्र पंजीयन' की ऑनलाइन सुविधा अपनी वेबसाइट पर शुरू की है। अब तक करीब 300 छात्र इससे जुड़ चुके हैं।