निरंतर चलती रहती है व्यक्ति निर्माण की प्रक्रिया, नित्य शाखा जाने से स्वंयसेवक साधारण से असाधारण बन जाते
राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र प्रचारक अनिल ने कहा कि संघ की शाखा एक साधारण से व्यक्ति को भी असाधारण बना देती है।
वाराणसी, जेएनएन। राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र प्रचारक अनिल ने कहा कि संघ की शाखा एक साधारण से व्यक्ति को भी असाधारण बना देती है। मालागांव भारत चीन सीमा पर स्थित आखिरी गांव है माइनस सात डिग्री सेल्सियस रहता है। छह माह तक बर्फ जमी रहती है । वहां पर भी संघ की शाखा लगती है। संघ की शाखा संघ की प्राण है। वह रविवार को संपूर्णानंद संस्कृत विवि में आयोजित राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ की ओर से आयोजित काशी उत्तर भाग शाखा कुंभ में बतौर मुख्य वक्ता बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि श्रमजीवी ट्रेन दुर्घटना मे काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सर सुन्दर लाल हास्पिटल मे सैकड़ों स्वयं सेवकों ने खून देने हेतु कतार लगा रखी थी। राष्ट्रीय भावना देश मे जागृत हो इसके लिए 45000 शाखाओं का जाल संपूर्ण देश मे फैला हुआ है। वहीं शाखा कुंभ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उद्यमी आरके चौधरी ने कहा कि शाखा आम लोगों में ऊर्जा का संचार करने के साथ ही नागरिक बोध को उनके व्यक्तित्व में समाहित करता है। असाधारण क्षमता को बढ़ाता है ताकि व्यक्ति आंतरिक व वाह्य भूमिका का निर्वहन कर सकें।