संसाधनों के सामूहिक प्रयास से खेती बनेगी सबसे फायदेमंद, संवाद में बोले प्रो. पंजाब सिंह
काशी हिंदू विश्वद्यालय के पूर्व वाइस चांसलर प्रोफेसर पंजाब सिंह ने कहा खेती किसानों के लिए फायदेमंद पेशा है। इसके लिए संसाधनों के सामूहिक प्रयास की जरूरत है।
चंदौली, जेएनएन : काशी हिंदू विश्वद्यालय के पूर्व वाइस चांसलर प्रोफेसर पंजाब सिंह ने कहा, खेती किसानों के लिए फायदेमंद पेशा है। इसके लिए संसाधनों के सामूहिक प्रयास की जरूरत है। किसान यह न समझे कि यह काम नहीं हो सकता। अन्नदाताओं ने देश को अनाज उत्पादन में न सिर्फ आत्मनिर्भर बनाया, बल्कि खपत से अधिक उत्पादन के चलते अब भंडारण के इंतजाम की चुनौती खड़ी हो गई है। वे मुख्यालय स्थित केवीके सभागार में गुरुवार को फॉर्ड संवाद के दौरान किसानों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, किसानों को तकनीकी से जोड़ने के लिए फॉर्ड संस्था काम कर रही है। इसके लिए योजना बनाई गई है। इसके तहत हर साल किसानों को भ्रमण कराया जाएगा। वहीं मेला में तकनीकि खेती के गुर सीखेंगे।
हम गिलहरी हैं, गवर्नमेंट नहीं
हम लोग राम सेतु के निर्माण में उस गिलहरी के समान बस आप की खेती के उत्थान में सहयोग में उन्नत खेती करने की तकनीकी ज्ञान को शेयर करने आप के बीच आए हैं। रिटायरड आईएएस व पूर्व सचिव कृषि, भारत सरकार जेएल श्रीवास्तव ने केविके में गुरुवार को एक संस्था द्वारा आयोजित कृषि गोष्ठी में कही। हम कोई गवर्मेंट नहीं हैं। हम एक छोटा सा सहयोग कर एक गिलहरी के समान आपका सहयोग कर धन्य हो रहे हैं। यही हमारी सीमा है।