प्रियंका गांधी खुद बूथ स्तर तक करेंगी निगहबानी, नेताओं ने खाई वफादारी की कसमें
लोकसभा चुनाव के ऐन वक्त पर बड़ी जिम्मेदारी के साथ कांग्रेस की नैया की खेवनहार बनकर राजनीति में आई प्रियंका गांधी को पार्टी की कमजोरी से जूझना पड़ रहा है।
जौनपुर, जेएनएन। लोकसभा चुनाव के ऐन वक्त पर बड़ी जिम्मेदारी के साथ कांग्रेस की नैया की खेवनहार बनकर राजनीति में उतरीं प्रियंका गांधी को सबसे पहले अपनी पार्टी के कमजोर संगठन से जूझना पड़ रहा है। जौनपुर लोकसभा क्षेत्र की जमीनी हकीकत से रूबरू होने के लिए उन्होंने यहां से पचास नेताओं को लखनऊ बुलाया था। यूपी की राजनीति में करिश्मा की उम्मीद को लेकर पहले प्रवास के दौरान प्रियंका ने संगठन की कमजोरी का मलाल भी जताया। सम्प्रति कांग्रेस की इसी हालात का तकाजा है कि उन्होंने स्वयं बूथ स्तर तक तैयारियों की निगहबानी करने का भरोसा दिया। जिले की वर्तमान सियासी हालात व पार्टी की स्थिति का चर्चा करने वाले पार्टी जिलाध्यक्ष इंद्रभुवन ¨सह, प्रदेश संगठन मंत्री राजेश ¨सह, अखिलेश श्रीवास्तव, अजय दुबे, राकेश उपाध्याय, विजय शंकर उपाध्याय आदि को प्रियंका गांधी ने आश्वस्त किया कि कांग्रेस सभी लोकसभा सीटों पर खुद लड़ेगी। उन्होंने किसी से भी गठबंधन की संभावना को सिरे से नकार दिया। स्थानीय नेताओं ने गिले-शिकवों, कसमों-वादों से भरे इस मुलाकात के दौरान जहां खुद की वफादारी की कसमें खाई बल्कि अतीत के दौर में भितरघातियों के बाबत खुलकर अपने मन की बात कही।
राजेश ¨सह ने पार्टी में किसी भी बाहुबली नेता की इंट्री पर सख्ती से पाबंदी की जरूरत बताई तो पिछले चुनावों में पार्टी प्रत्याशी से भितरघात के बाबत भी चर्चा की। प्रियंका गांधी ने इन सभी नेताओं से अकेले में तीन-तीन मिनट तक सियासी गुफ्तगू के दौरान अपनी रणनीति को भी साझा किया। इसके बाद 15 मिनट तक सभी के साथ सामूहिक वार्ता भी किया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि वे वोट बैंक की राजनीति पर विश्वास नहीं करतीं। विपक्ष से दो-दो हाथ करने के लिए जनमत को अपने साथ लेने के लिए फ्रंट फुट पर खेलने का मन बना चुकी हैं। लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों के नामों के जल्द एलान के लिए भी उनकी कवायद तेज हो चुकी है। ..अब और नुकसान नहीं
स्थानीय नेताओं से हर ¨बदु पर खुलकर चर्चा करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि गठबंधन के चलते पार्टी को बहुत नुकसान हुआ है। इसलिए किसी से अब कोई गठबंधन नहीं..पार्टी अब और नुकसान नहीं उठाएगी।