कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने पुलिसकर्मियों के दमन के खिलाफ मानवाधिकार को लिखा है पत्र
प्रियंका गांधी ने बिलरियागंज में शांतिपूर्ण ढंग से चलाए जा रहे सीएए व एनआरसी विरोधी महिलाओं पर दमन के आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
आजमगढ़, जेएनएन। कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी ने बिलरियागंज में शांतिपूर्ण ढंग से चलाए जा रहे सीएए व एनआरसी विरोधी महिलाओं पर दमन के आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग संबंधी पत्र राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को भेजा है। कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश चेयरमैन शाहनवाज आलम ने मीडिया को जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने शांतिपूर्ण आंदोलन कर रही महिलाओं पर बिना किसी चेतावनी के लाठी चार्ज किया। आंसू गैस के गोले छोड़े। आयोग को बिलरियागंज संबंधी एक वीडियो क्लिप भी भेजी गई है। मौलाना ताहिर मदनी की गिरफ्तारी पर सवाल भी प्रियंका गांधी ने सवाल उठाया है। पुलिस हमले में घायल सरवरी बानो की मेडिकल रिपोर्ट व छह वर्षीय अनाबिया ईमान का भी जिक्र है, जो बवाल के बाद डरी हुई थी। उन्होंने कहा कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव आजमगढ़ के सांसद हैं। उनको घटना के बाद आना चाहिए। अल्पसंख्यक लोगों ने पोस्टर लगाया तो क्या गलत किया। जिलाध्यक्ष प्रवीण सिंह, प्रशांत राय, ओंकार पांडेय, विश्वविजय सिंहह आदि थे।
12 फरवरी को बिलरियागंज आईं थी प्रियंका गांधी
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी आजमगढ़ के बिलरियागंज में 12 फरवरी को आईं थी। बिलरियागंज के मौलाना अली जौहर पार्क में पांच फरवरी को सीएए के विरोध में मुस्लिम महिलाओं के धरने के दौरान तड़के हंगामा, बवाल के बाद पुलिस ने आंसू गैस छोड़े गए थे।
यह था मामला
बिलरियागंज कस्बा में पांच फरवरी को सीएए व एनआरसी के विरोध में मौलाना अली जौहर पार्क में धरना प्रदर्शन कर रही महिलाओं के धरने पर बैठने के दौरान बवाल हो गया था। उसी मामले में मौलाना ताहिर मदनी समेत बीस लोगों को गिरफ्तारी हुई थी। 35 नामजद व सैकड़ों अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया था। मुख्य आरोपित नुरुल हुदा, ओसामा व मिर्जा शाह आलम बेग की गिरफ्तारी पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। इस मामले में पुलिसिया कार्रवाई को लेकर जिले का राजनैतिक माहौल गर्म हो गया।