Azamgarh Jail में 15 माह से हत्या में निरूद्ध बंदी ने की गला काटकर जान देने की कोशिश
आजमगढ़ जेल में हत्या में निरूद्ध बंदी ने की गला काटकर जान देने की कोशिश।
आजमगढ़, जेएनएन। जिला कारागार में निरुद्ध एक बंदी ने शनिवार की रात अपना गला काटकर जान देनेे की कोशिश की। उसे आनन-फानन में जिला अस्पताल में ले जाया गया, जहां उसकी हालत खतरे से बाहर बताई गई है। चिकित्सकीय रिपोर्ट आने तक कारागार में हड़कंप की स्थिति रही। जेल प्रशासन बंदी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है।
अतरौलिया थाना क्षेत्र के हरदिया देवडीह गांव का रामकरन (45) हत्या के मुकदमे में 19 जनवरी 2019 से जिला कारागार के हाता नंबर पांच में निरुद्ध है। जेल अधीक्षक आरके मिश्र ने बताया कि शनिवार की रात लगभग पौने आठ बजे जेल का बैरक बंद हो रहा था। उसी दौरान बंदी ने शौच जाने की बात कही तो अनुमति मिल गई। शौचालय में रखे स्टील के मग के हत्था से उसने अपना गला काटकर आत्महत्या करने की कोेशिश कर डाली। उसके देर तक शौचालय से बाहर नहीं निकलने से अनहोनी की आशंकावश बंदीरक्षक ने धक्का दिया तो दरवाजा खुल गया। बंदी को लहूलुहान देख बंदीरक्षक चौंक पड़ा। आनन-फानन में जेल डाक्टर की सलाह पर घायल बंदी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
जेल अधीक्षक आरके मिश्र ने बताया कि इसी मार्च माह में उसने सिर दर्द व चक्कर आने की शिकायत की थी। जांच कराने में कुछ नहीं निकला था। डाक्टर ने दवा देकर छोड़ दिया था। उसके बाद से सामान्य बंदियों की तरह रह रहा था। उसने आत्महत्या का क्यों प्रयास किया यह अभी बता पाना मुश्किल है, जांच के बाद ही वजह सामने आएगी।