प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह 11 बजे वाराणसी के डाक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों से करेंगे बातचीत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 मई शुक्रवार को वाराणसी के डॉक्टरों पैरामेडिकल स्टाफ और अन्य सीमावर्ती स्वास्थ्य कर्मियों के साथ बातचीत करेंगे। इस बाबत पीएम ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर गुरुवार की रात पोस्ट कर जानकारी दी है।
वाराणसी, जेएनएन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 21 मई, शुक्रवार को वाराणसी के डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ और अन्य सीमावर्ती स्वास्थ्य कर्मियों के साथ बातचीत करेंगे। इस बाबत पीएम ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर गुरुवार की रात पोस्ट कर जानकारी दी है। वाराणसी के सांसद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 मई 2021 को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए वाराणसी के डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ और अन्य अग्रिम स्वास्थ्य कर्मियों के साथ सुबह 11 बजे बातचीत करेंगे। जिला प्रशासन के अधिकारियों की ओर से इस बाबत सुबह से ही तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया।
प्रधानमंत्री पंडित राजन मिश्र कोविड अस्पताल सहित वाराणसी के विभिन्न कोविड अस्पतालों के कामकाज की समीक्षा करेंगे। वाराणसी में बीएचयू के स्टेडियम में हाल ही में डीआरडीओ और भारतीय सेना के संयुक्त प्रयासों से शुरू अस्थाई अस्पताल शुरू किया गया था। इस दौरान वह जिले के गैर-कॉविड अस्पतालों की कार्यप्रणाली की समीक्षा भी करेंगे। प्रधानमंत्री वाराणसी में कोविद की दूसरी लहर से निपटने के लिए चल रहे प्रयासों और भविष्य की तैयारियों पर भी चर्चा करेंगे।
पीएम ने पोस्ट में लिखा : कल सुबह 11 बजे, 21 मई को काशी में COVID-19 को रोकने के लिए अथक परिश्रम करने वाले डॉक्टरों और अग्रिम कर्मियों के साथ बातचीत की जाएगी।
पीएम ने अपनी काशी का रखा ध्यान : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना संक्रमण काल की शुरुआत से ही अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी का विशेष ध्यान रखा है। बीते वर्ष भी वाराणसी में विशेष तैयारियों पर वह परिचर्चा कर चुके हैं। जबकि दूसरी लहर की शुरुआत के साथ ही वाराणसी में चल रही तैयारियों पर निगाह रखने के लिए विशेष दूत की भी तैनाती की। कोरोना के दूसरे लहर से निपटने के लिए बीएचयू में डीआरडीओ के अस्थाई अस्पताल के निर्माण में भी पीएम की ही प्रेरणा रही है। अब शुक्रवार की सुबह पीएम नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र के चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ से बातचीत कर उनका मनोबल भी बढ़ाएंगे। इससे पूर्व टीकाकरण के दौरान भी उन्होंने अस्पताल कर्मियों से बातचीत कर कोरोना से संघर्ष के दौरान उनके अनुभव से अवगत हुए थेे।