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बीएचयू अस्‍पताल पहुंचे प्रधानमंत्री ने चिकित्‍सक से पूछा - कोरोना पाजिटिव मां और बच्चे को कैसे बचाएंगे?

PM Modi Varanasi Visit 2021 पीएम ने पूछा कि कोरोना के दौरान किस तरह से उन्हें ट्रीटमेंट दिया जाएगा। जवाब में डा. अग्रवाल ने बताया कि अगर मां की हालत गंभीर है तो अस्पताल के होल्डिंग एरिया में रैपिड एंटीजन कराकर तत्काल इलाज की प्रक्रिया शुरू करा दी जाएगी।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Thu, 15 Jul 2021 06:14 PM (IST)Updated: Thu, 15 Jul 2021 06:31 PM (IST)
बीएचयू अस्‍पताल पहुंचे प्रधानमंत्री ने चिकित्‍सक से पूछा - कोरोना पाजिटिव मां और बच्चे को कैसे बचाएंगे?
बीएचयू के एमसीएच विंग में बने सभी वार्डों के निरीक्षण के दौरान चिकित्सकीय व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीएचयू के एमसीएच विंग में बने सभी वार्डों के निरीक्षण के दौरान चिकित्सकीय व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी थी। शुरूआत में प्रधानमंत्री ने पीडियाट्रिक्स की असिस्टेंट प्रोफेसर डा. साक्षी अग्रवाल से गर्भवती मां और बच्चे दोनों के समुचित इलाज पर जानकारी ली।

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निरीक्षण के दौरान पीएम ने पूछा कि कोरोना के दौरान किस तरह से उन्हें ट्रीटमेंट दिया जाएगा। जवाब में डा. अग्रवाल ने बताया कि अगर मां की हालत गंभीर है तो अस्पताल के होल्डिंग एरिया में रैपिड एंटीजन कराकर तत्काल इलाज की प्रक्रिया शुरू करा दी जाएगी। रिपोर्ट आने के बाद उन्हें मदर केयर यूनिट और एनआइसीयू में शिफ्ट करने की व्यवस्था है। यदि कोविड रिपोर्ट पाजिटिव है तो उनकी व्यवस्था अलग से की गई है। इसके बाद प्रधानमंत्री वार्ड के ट्रायज एरिया की ओर बढ़े तो पीडियाट्रिक्स के ही डा. अंकुर सिंह से बातचीत कर वेंटिलेटर बेड के बारे में जानकारी ली। उन्होंने यह भी पूछा कि आप सभी लोगों वेंटिलेटर को ट्रेनिंग मिली है, तो डा. अंकुर ने बताया कि सभी स्टाफ वेंटिलेटर संचालन में काफी कुशल और प्रशिक्षित हैं। डा.अंकुर ने प्रधानमंत्री को बताया कि वार्ड में लगे इंटीग्रेटेड बेड से मां के परिवार को काफी सुविधाएं मिलेंगी।

यदि गर्भवती मां के साथ उसका दो-तीन साल का बच्चा भी है जो कि कोविड पाजिटिव और घर में रखने की व्यवस्था नहीं है तो मां के साथ बच्चे को भी एक साथ रखा जा सकता है। इंटीग्रेटेड बेड में एक चाइल्ड बेड की भी सुविधा इंस्टाल की गई है। इसके बाद प्रधानमंत्री वार्ड में पीडियाट्रिक्स विभाग के प्रो. सुनील राव से मिलकर इलाज की प्रक्रिया के बारे में जानकारियां लीं। प्रो. राव ने प्रधानमंत्री को बताया कि यदि मां की डिलवरी के बाद कोविड के हल्के लक्षण हैं तो मां और बच्चे को एक साथ ही कोविड वार्ड में रखा जाएगा। इसके साथ ही बच्चे को बाहरी तापमान की ऊंच-नीच से सुरक्षित रखने के लिए एक वार्मर में रखते हैं, वहीं मां को आक्सीजन बेड पर रखते हैं। प्रधानमंत्री करीब पांच मिनट तक वार्ड में टहल कर समस्त चिकित्सकीय सुविधाओं के बारे में जानकारियां लीं, इसके बाद डाक्टरों से संवाद करने आगे की ओर बढ़ गए।


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