मेरठ में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वाराणसी के हाकी खिलाड़ियों से पूछा - 'कैसी है हमारी काशी'
अपनत्व के भाव से गदगद ललित उपाध्याय ने बताया कि सर आपके काम से काशी में सबकुछ अच्छा है। इसके बाद प्रधानमंत्री ने काशी विश्वनाथ मंदिर दर्शन के बारे में भी पूछा। इस पर ललित उपाध्याय ने बताया कि सर मेरठ आने से पूर्व दर्शन करने के लिए गया था।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेरठ स्थित सलावा में मेजर ध्यानचंद खेल विश्वविद्यालय के शिलान्यास के अवसर पर वाराणसी के चार युवा हाकी खिलाड़ियों के लिए साल का दूसरा दिन सबसे शानदार रहा। इस दौरान ओलंपियन ललित उपाध्याय भी मौजूद रहे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हंसते हुए जब पूछा कि हमारी काशी कैसी है और वहां से कितने और खिलाड़ी आए हैं। अपनत्व के भाव से गदगद ललित उपाध्याय ने बताया कि सर, आपके काम से काशी में सबकुछ अच्छा है। और काशी से चार होनहार खिलाड़ी यहां आए हैं। इसके बाद प्रधानमंत्री ने काशी विश्वनाथ मंदिर दर्शन के बारे में भी पूछा। इस पर ललित उपाध्याय ने बताया कि सर, मेरठ आने से पूर्व दर्शन करने के लिए गया था।
फोन पर हुई बातचीत के दौरान युवा हाकी खिलाड़ी इंद्रपुर, शिवपुर निवासी सुजीत कुमार पुत्र रामजीप्रसाद ने बताया कि प्रधानमंत्रीजी ने हम चारों खिलाड़ियों से भी बात की।
दरअसल, इस मौके पर रविवार को प्रधानमंत्री ने प्रदेश के 21 हॉकी खिलाड़ियों समेत कुल 32 खिलाड़ियों से संवाद कर उनको सम्मानित किया। इसमें वाराणसी के चार युवा हाकी खिलाड़ी भी शामिल रहे जिन्होंने 36 साल बाद उत्तर प्रदेश को राष्ट्रीय हॉकी चैंपियनशिप का खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर सभी खिलाड़ी अत्यंत उत्साहित थे। खिलाड़यों में अंकित सिंह पुत्र नागेंद्र कुमार सिंह वाराणसी, सामर्थ्य प्रजापति पुत्र रमेश कुमार प्रजापति वाराणसी, सूरज सिंह पुत्र राजकुमार सिंह वाराणसी के अतिरिक्त उत्तम सिंह गाजीपुर, अमित कुमार यादव भदोही और विष्णुकांत सिंह गाजीपुर भी शामिल रहे। उत्तर प्रदेश की टीम ने यह चैंपियनशिप केविलपट्टी में 16 से 25 दिसंबर में खेल के दौरान चंडीगढ़ को 3-1 से हराया था।
- प्रधानमंत्री जी ने पूछा कि गोल्ड जीतकर कैसा लगा। इस विश्वविद्यालय के बनने से क्या-क्या सुविधा मिलेगी। हमने बताया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधा मिलने से हमें देश के लिए और गोल्ड लाने में आसानी होगी। पीएम ने खाने-पीने की सुविधा की भी जानकारी ली। पूछा कि हाकी कहां से सीखी। इसके बारे में भी बताया कि बनारस में विवेक सिंह ओलपियंन अकेडमी में प्रशिक्षण प्राप्त किया।
- सुजीत कुमार, इंद्रपुर, शिवपुर, वाराणसी।
- प्रधानमंत्री जी ने पूछा कि डाइट क्या फालो करते हो। हाकी सीखने के लिए कहां प्रशिक्षण लेते हैं। उन्हाेंने ये पूछा कि पकौड़ी खाने का मन किया तो क्या करते हैं आप लोग। क्या चोरी-छिपे खाते हैं आप लोग। इसपर हमने कहा कि नहीं सर, हमलोग स्वयं नियंत्रित करते हैं। अगर पकौड़ी आ भी गई तो पूरी टीम साथ में खाती है। हमने बताया कि प्रशिक्षण हमें ठीक मिला तो ही हमें गोल्ड मिलने आसानी हुई।
- सामर्थ्य प्रजापति, इंद्रपुर, शिवपुर, वाराणसी।
- प्रधानमंत्रीजी ने पूछा कि मेजर ध्यानचंद विवि से क्या फायदे हैं। इस पर हमने बताया कि बढ़िया प्रशिक्षण मिलेगा तो अंतरराष्ट्रीय मेडल लाने में आसानी होगी।
- अंकित कुमार सिंह, मीरावन, गंगापुर वाराणसी।
प्रधानमंत्रीजी ने एक खिलाड़ी को खाने-पीने से लेकर प्रशिक्षण आदि के बारे में हमसे पूछा। उनकी बातें सुनकर हम सभी अत्यंत उत्साहित हैं। ऐसे प्रधानमंत्री लाेगों को बिरले ही प्राप्त होते हैं।
- सूरज सिंह, इंद्रपुर, शिवपुर, वाराणसी।