प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय दौरे पर 15 फरवरी को आ रहे बनारस, जानिए क्या मिलने जा रही सौगात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय दौरे पर 15 फरवरी को अपने संसदीय क्षेत्र बनारस आ रहे है।
वाराणसी, जेएनएन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय दौरे पर 15 फरवरी को अपने संसदीय क्षेत्र बनारस आ रहे है। पीएमओ से उनके दौरे की स्वीकृति मिलते ही शहर में सुरक्षा व्यवस्था की प्रशासनिक तैयारियां शुरू हो गई हैं। पीएम मोदी इस बार वाराणसी आगमन पर 48 परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे और 19 प्रोजेक्ट की आधारशिला रखेंगे। साथ ही जनसभा को भी संबोधित करेंगे।
इसके अलावा पीएम की सभा के लिए बीएचयू, संविवि मैदान के साथ ही बड़ालालपुर टीएफसी में भी स्थान देखा जा रहा है। इसके अलावा जंगमबाड़ी मठ में आयोजित वीर शैव महाकुंभ में शामिल होने की उनकी ओर से पहले ही स्वीकृति दी जा चुकी है। वाराणसी से सटे चंदौली के पड़ाव से बीते 19 जनवरी को पाकिस्तानी एजेंसी आइएसआइ एजेंट राशिद की गिरफ्तारी के बाद सुरक्षा को लेकर कड़े इंतजाम होंगे। पुलिस प्रशासन इसका खाका खींचने में जुट गया है।
इससे पूर्व पीएम जब भी काशी आए उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र को सौगातें दी हैं। घोषणाओं ने उम्मीद जाहिर की है कि काशी स्मार्ट सिटी बनेगा और यातायात के साधनों को और बेहतर करने के साथ ही शहर में नागरिक सुविधाओं का भी विकास किया जाएगा। पीएम का यह दौरा भी कार्यकर्ताओं को ही नहीं बल्कि शहरवासियों को भी उनके दूसरे कार्यकाल में मिलने जा रही योजनाओं के लिहाज से भी चर्चा में बना हुअा है। पीएम हर बार अपने दौरे में नई जगहों पर जनसभा करते रहे हैं ऐसे में उम्मीद है कि इस बार भी किसी नई जगह पर ही पीएम की जनसभा होगी। लिहाजा प्रशासन भी अपनी ओर से तैयारियाें में कोई कोताही करने को तैयार नहीं है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फरवरी माह में अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी आ रहे हैं। चौकाघाट-लहरतारा निर्माणाधीन फ्लाइओवर, वैदिक अस्पताल समेत लगभग 48 परियोजनाओं का शुभारंभ और 19 प्रोजेक्ट का शिलान्यास उनके हाथों होना है।
प्रधानमंत्री के आगमन को देखते हुए सभी प्रोजेक्ट में तेजी आ गई है। चौकाघाट-लहरतारा फ्लाइओवर का काम लगभग पूरा हो चुका है। काम तो तेजी से चल रहा है लेकिन फ्लाइओवर के नीचे और अगल-बगल अतिक्रमण ने लोक निर्माण विभाग की नींद उड़ा दी है। अतिक्रमण के चलते सर्विस लेन का निर्माण नहीं हो पा रहा है।
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी सुग्रीव राम ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर अतिक्रमण हटाने की मांग की है ताकि सर्विस लेन का काम किया जा सके। लोक निर्माण विभाग की समस्या यह है कि चौकाघाट से होते हुए कैंट से लहरतारा तक निर्माणाधीन फ्लाइओवर के नीचे तो अतिक्रमण हो चुका है, रेलवे और रोडवेज के आसपास सड़क के दोनों छोर पर भी लोगों ने कब्जा कर लिया है। यातायात दबाव व घनी आबादी के चलते राजस्व विभाग भी अभी सही से अतिक्रमण चिह्नित नहीं कर सका है। ऐसे में एक संयुक्त टीम बनाकर कार्रवाई की जरूरत है।
चौकाघाट से लेकर लहरतारा तक सर्विस लेन बनाने के लिए जिला प्रशासन रेलवे की जमीन लेगा। इस बाबत मौखिक सहमति के बाद जिला प्रशासन की तरफ से रेलवे को प्रस्ताव भेजा जा रहा है। जिलाधिकारी ने कहा है कि उक्त जमीन रेलवे के नाम से ही रहेगी लेकिन सड़क का निर्माण लोक निर्माण विभाग कराएगा। सर्विस लेन चौड़ा करने के लिए रेलवे की जमीन की जरूरत पड़ेगी।