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वाराणसी में नौ दिसंबर तक ई-बसों को सड़क पर उतारने की तैयारी, निदेशालय की सख्ती पर जुटी कार्यदाई संस्था

प्रधानमंत्री के आगमन से पूर्व बनारस वासियों को इलैक्ट्रिक (बैटरी चालित) बस की सौगात मिल जाएगी। सबकुछ ठीक रहा तो नौ दिसंबर से ये बसे सड़को पर दौड़ने लगेगी। नगरीय परिवहन निदेशालय के अपर निदेशक की सख्ती के बाद कार्यदाई संस्था तैयारियों को पूरा करने में तत्परता से जुटी है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Sun, 05 Dec 2021 07:32 PM (IST)Updated: Sun, 05 Dec 2021 07:32 PM (IST)
वाराणसी में नौ दिसंबर तक ई-बसों को सड़क पर उतारने की तैयारी, निदेशालय की सख्ती पर जुटी कार्यदाई संस्था
वाराणसी में नौ दिसंबर तक ई-बसों को सड़क पर उतारने की तैयारी

वाराणसी, जागरण संवाददाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन से पूर्व बनारस वासियों को इलैक्ट्रिक (बैटरी चालित) बस की सौगात मिल जाएगी। सबकुछ ठीक रहा तो नौ दिसंबर से ये बसे सड़को पर दौड़ने लगेगी। नगरीय परिवहन निदेशालय के अपर निदेशक की सख्ती के बाद कार्यदाई संस्था तैयारियों को पूरा करने में तत्परता से जुटी है।

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स्मार्ट सिटी के तहत शहर में ई- बस चलाने की महत्त्वाकांक्षी योजना को लागू कराने में जिला प्रशासन के भी पसीने छूट गए। मिर्जामुराद में निर्माणाधीन चार्जिंग स्टेशन की जमीन के लिए लंबे समय तक संघर्ष करना पड़ा। अब चार्जिंग स्टेशन के निर्माण में देरी और शहर में चार्जिंग प्वाईंट के लिए जमीन की तलाश के चलते योजना को लागू कराने में देरी हो गई। पिछले दिनों अल्टीमेटम के बावजूद देरी से नाराज अपर निदेशक ने पिछले दिनों वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान कार्यदाई संस्था को हिदायत दी। हर हाल में नौ दिसंबर तक इलैक्ट्रिक बसों का संचालन शुरु कराने का निर्देश दिया। रोड़वेज के क्षेत्रीय प्रबंधक केके तिवारी ने बताया कि तैयारी अंतिम रूप ले चुकी है। सोमवार को परिवहन कार्यालय से मौजूद बसों का रजिस्ट्रेशन कराया जाएगा।

20 तक आएंगी आठ और बैटरी चालित बस

दूसरे चरण में आठ और बसें मिर्जामुराद चार्जिंग स्टेशन पहुंचेगी। जगह के अभाव में जिसे लखनऊ में ही होल्ड रखा गया है। इसके पूर्व पहले चरण में 11 बसें मंगाई गई है। जिन्हे एक प्राथमिक विद्यालय परिसर में प्लेस कराया गया है। नगरीय परिवहन निदेशालय की सख्ती के बाद प्रशासनिक अमला सक्रिय हो गया है। डेट लाइन मिलने के बाद तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। पहले चरण में 31अक्टूबर की शाम 11 बैटरी चालित बसें मंगाई गई। दूसरे चरण में आठ और बस मांगने की तैयारी है। जिसे लखनऊ से वाराणसी लाया जाएगा।

पहले चरण में पहुंची बसों के निरीक्षण के लिए तकनीकी टीम का गठन किया गया है। जो बसों के अंदर तकनीकी और यांत्रिक पहलुओं की बारीकियां परखेगी। रिपोर्ट बनाकर उसे उच्चाधिकारियों को भेज दिया जाएगा। इसके बाद चालकों को प्रशिक्षित किया जाएगा।


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