प्रवासी भारतीयों के 'महाकुंभ' को काशी तैयार, प्रवासियों का शुरू हुआ स्वागत सत्कार
तीन दिनी प्रवासी भारतीयों के महाकुंभ प्रवासी भारतीय सम्मेलन के लिए इतिहास से भी प्राचीन नगरी काशी ने अपनों के स्वागत को अपने पलक पांवड़े बिछा दिए हैं।
वाराणसी [अभिषेक शर्मा]। तीन दिनी प्रवासी भारतीयों के महाकुंभ 'प्रवासी भारतीय सम्मेलन' के लिए इतिहास से भी प्राचीन नगरी काशी ने अपनों के स्वागत को पलक पांवड़े बिछा दिए हैं। गंगा घाटों से लेकर बाबा दरबार तक आयोजन से पूर्व पहुंचे प्रवासियों ने हर-हर महादेव और हर-हर गंगे का गान कर अपनी जड़ों को नमन किया तो काशी का कोना-कोना अपनों को पाकर निहाल हो उठा।
आयोजन के पूर्व पूर्वांचल से जुड़े सैकड़ों प्रवासियों ने काशी में दस्तक दी तो अपनों के बीच मुद्दतों बाद मिलबैठ कर बतकही का दौर भी चला। मौका मिला तो घाट का रुख कर गंगा मैया को नमन कर बाबा दरबार में हाजिरी लगाई और पुरखों की याद में पूजन अर्चन कर पुण्य की कामना की। एक ओर काशी का पुरातन वैभव तो दूसरी ओर आधुनिकतम सुविधाओं से लकदक टेंट सिटी श्री बालेश्वर अग्रवाल नगर में चहलकदमी करने वाला हर नागरिक इसे बदलते काशी का तमगा देता नजर आया। आयोजन स्थल दीनदयाल हस्तकला संकुल की भव्यता से परिपूर्ण तस्वीरों ने भी दिन भर सोशल मीडिया में आयोजन को लेकर हलचल बनाए रखी। वहीं दूसरी ओर बाबतपुर एयरपोर्ट से लेकर शहर तक आधुनिक साज सज्जा से चमचमाती सड़कों ने वर्षों बाद काशी आए प्रवासियों को बदलाव के बारे में सोचने पर मजबूर कर दिया।
एयरपोर्ट से लेकर कैंट स्टेशन तक पर बने हेल्प डेस्क ने प्रवासियों को जहां राह दिखाई तो वहीं स्वागत और सत्कार की राह में काशी आतिथ्य में शामिल बनारसियों ने भी परंपराओं के निर्वहन में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। हालांकि प्रवासियों के आने का क्रम अब भी जारी है। प्रमुख आयोजन 21 से 23 जनवरी तक प्रस्तावित है लिहाजा प्रशासनिक तैयारियां भी वीआइपी आगंतुकों के लिए अंतिम समय तक आकार लेती रहीं। आयोजन स्थल के पास बड़ालालपुर स्थित स्टेडियम में स्टालों के सजने के साथ ही कारोबारी गतिविधियों ने भी अब गति पकडऩा शुरू कर दिया है।
आयोजन के तीन दिन : आयोजन का पहला दिन युवाओं पर केंद्रित रहेगा जिसमें न्यूजीलैंड में सांसद कंवलजीत सिंह बक्शी और नार्वे के सांसद हिमांशु गुलाटी बतौर बतौर वक्ता शामिल होंगे। इसके अतिरिक्त युवाओं संग बीएचयू में संवाद भी अहम कड़ी होगी। दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रवासी भारतीय सम्मेलन को संबोधित करेंगे। सम्मेलन के अंतिम दिन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद समारोह को संबोधित करेंगे। इस दौरान साथ ही भारत के विकास में विदेशी संगठनों के योगदान, वेस्ट मैनेजमेंट, मेधा विकास पर मंथन का भी दौर चलेगा। वहीं चौथे दिन वाराणसी से प्रवासी भारतीय प्रयागराज में कुंभ के लिए बस से रवाना होंगे। जहां से सभी गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने के लिए ट्रेन से नई दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।
दूतावासों ने कसी कमर : विदेशों में भारतीय दूतावासों और हाईकमीशन की ओर से भी कई दिनों से जारी प्रवासी भारतीय दिवस के आयोजन की जानकारी साझा की जा रही थी। अब विदेशों में भारतीय राजदूतों ने भी प्रवासियों के लिए सहायता और सहूलियत की जानकारी सोशल मीडिया पर जारी कर रखी है। दूसरी ओर काशी के प्रमुख पर्यटन स्थलों का भी प्रचार प्रसार विदेश मंत्रालय के आधिकारिक सोशल मीडिया एकाउंट के जरिए कर प्रवासियों को आयोजन के विविध पक्षों से भी एकाकार करने का प्रयास किया जा रहा है।
सोशल मीडिया में आयोजन : विदेश मंत्रालय की ओर से ट्विटर हैंडल पर प्रवासियों से #MyPBDMoment #PravasiAtVaranasi हैश टैग कर आयोजन की तस्वीरें मांग कर उन्हें @PBDConvention पर साझा कर रहा है। शनिवार को भी इन्हीं के जरिए प्रवासियों ने अपने उद्गार व्यक्त कर आयोजन से खुद को जोड़ा।
महत्वपूर्ण तथ्य
कुल शामिल देश | 193 |
आयोजन में पंजीकृत लोग | 5802 |
विदेशों में बसे भारतीय | 17 मिलियन |
टेंट सिटी में आवास | 620 |
टेंट सिटी में प्रवासी | 1480 |