अनपरा-डी की 7वीं इकाई की जांच में जुटे अधिकारी, परियोजना की 6वीं इकाई देर रात लाइटअप होने की संभावना
टरबाइन जनरेटर में लगी आग के मामले में तीसरे दिन शुक्रवार को विशेषज्ञों ने कार्य योजना बनाकर विचार-विमर्श किया।
सोनभद्र, जेएनएन। अनपरा डी तापीय परियोजना में 500 मेगावाट क्षमता वाली सातवीं इकाई में बुधवार की अपराह्न तेज आवाज के साथ टरबाइन जनरेटर में लगी आग के मामले में तीसरे दिन शुक्रवार को विशेषज्ञों ने कार्य योजना बनाकर विचार-विमर्श किया। प्रबंधन द्वारा 6वीं इकाई को लाइटअप करने का प्रयास देर शाम तक जारी रहा।
उत्पादन निगम के तकनीकी निदेशक अजीत तिवारी ने बताया कि घटना की जांच के लिए विशेषज्ञ टरबाइन जनरेटर की सुक्ष्मता से अवलोकन कर जांच कर रहे हैं। पूरे घटना क्रम का पता लगाने एवं कितने की क्षति हुई है। इसका सही आंकलन में एक सप्ताह का समय लग सकता है। मशीनों की जांच के लिए बीएचईएल, एनटीपीसी के इलेक्ट्रिक्ल एवं सीएण्डआई आदि क्षेत्रों के विशेषज्ञ अनवरत इस कार्य में लगे हुए हैं। अभी जले हुए टरबाइन जनरेटर को डिस्मेंटल करने के लिए कार्य योजना की तैयारी की जा रही है। उसी आधार पर आगे का कार्य किया जाएगा।
विदित हो कि परियोजना प्रबंधन जल्द 500 मेगावाट की 6वीं इकाई को उत्पादनरत करने के लिए प्रयासरत है। जिसकी उम्मीद देर रात्रि तक जतायी जा रही है। उत्पादन निगम समेत अन्य क्षेत्रों से आए अधिकारी पूरे घटनाक्रम पर तीव्र गति से काम कर रहे हैं। जिससे सही आंकलन कर आगे की प्रक्रिया को शुरु किया जा सके। सातवीं इकाई के टरबाइन जनरेटर में लगी आग के मामले में सभी की नजरें लगी हुई है। उच्चाधिकारी हर पल की जानकारी ले रहे है। शुक्रवार को भी उत्पादन निगम के तकनीकी निदेशक ने अधिकारियों के साथ बैठक कर कार्य योजना पर गहन मंत्रणा करते रहे।