एटीएम बने डाकिया अौर बैंकों पर भीड़ से मिलेगा छुटकारा, मिनटों में खुल रहे पेपरलेस खाते
इंडिया पोस्ट पेमेंटस बैंक के माध्यम से अब हर किसी को घर तक सहजता से डिजिटल बैंकिंग सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
मीरजापुर, जेएनएन। न भीड़ लगाने की झंझट, न समय बर्बाद होने की चिंता और न ही बैंक जाने की आवश्यकता। अब डाकिया चलता-फिरता एटीएम बन गया है। इंडिया पोस्ट पेमेंटस बैंक के माध्यम से अब हर किसी को घर तक सहजता से डिजिटल बैंकिंग सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम के माध्यम से किसी भी बैंक एकाउंट से माइक्रो एटीएम द्वारा भुगतान किया जा रहा है।
भारत को डिजिटल तौर पर सशक्त बनाने के लिए इंडिया पोस्ट पेमेंटस बैंक के माध्यम से पेपरलेस सुविधा प्रदान की जा रही है। इंडिया पोस्ट पेमेंटस बैंक की सीनियर मैनेजर ज्योति गौतम ने बताया कि जनपद के करीब 65 हजार लोगों को आईपीपीबी खाते खोलकर इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक से जोड़ा गया है। मात्र आधार व मोबाइल नंबर के आधार पर पैसे का लेन-देन हो रहा है। लॉकडाउन के दौरान लोगों को पैसे देने में मीरजापुर पूरे उत्तर प्रदेश में दूसरे स्थान पर है। लोगों को लगभग 7.76 करोड़ का भुगतान किया गया। अभी करीब पांच करोड़ रुपये जमा हैं। ग्रामीण डाक सेवकों और डाकियों ने लोगों के घर-घर जाकर उन्हें उनके बैंक खाते से धनराशि निकालकर उपलब्ध कराई। मैनेजर सौरभ सिंह ने बताया कि इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के मोबाइल बैंकिग के माध्यम से बिजली, मोबाइल, गैस का बिल पेमेंट घर बैठे ही कर सकते हैं। जनपद में कुल 314 पोस्ट आफिस हैं। इसमें से 298 अभी तक काम कर रहे हैं। कोई भी ग्राहक पास के पोस्ट आफिस पर जाकर किसी भी बिल का भुगतान कर सकता है।
क्यूआर कोर्ड ही है पासबुक
इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के सरकारी योजनाओं की भी सुविधाएं उपलब्ध हैं। ग्राहकों को डिजिटल पासबुक के नाम पर क्यूआर कार्ड जारी किया गया है। क्यूआर कार्ड की खासियत है कि अगर कहीं पासबुक की जरूरत पड़ती है तो क्यूआर की कापी लगाया जा सकता है।
बगैर खाता के कर सकते हैं लेन-देन
आधार इनेबल्ड पेमेंट सर्विस के माध्यम से किसी भी बैंक खाते का पैसा इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक से निकाला जा सकता है। प्रतिदिन की लिमिट दस हजार तक है। इसके लिए कोई चार्ज नहीं लगेगा। यहां तक कि ग्राहक का खाता भी जरूरी नहीं है। बस आधार कार्ड से ही पेमेंट हो जाएगा।
इंडिया पोस्ट पेमेंटस बैंक की शुरूआत एक सितंबर 2018 से पूरे भारत में की गई थी। डिजिटल पेमेंट शुरू होने से फर्जीवाड़ा काफी हद तक कम हो गया है। सभी पोस्टमैन भी बायोमैट्रिक व मोबाइल फोन लेकर चलते हैं। जरूरत पडऩे पर कोई भी पैसा निकाल सकता है। विंध्याचल मंडल के मीरजापुर व सोनभद्र के राबट््र्सगंज में सीएससी पर भी यह सेवा उपलब्ध है। - रमेश चंद्र राम, डाक अधीक्षक, विंध्याचल मंडल