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बलिया में सुदिष्ट बाबा पशु मेला की जमीन को लेकर गरमाई राजनीति, सांसद व विधायक समर्थक आमने-सामने

बलिया में सुदिष्ट बाबा पशु मेला की जमीन को लेकर राजनीति गरमा गई है। इस मुद्दे को लेकर सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त व भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह के समर्थक आमने-सामने आ गए हैं।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Tue, 09 Jun 2020 05:18 PM (IST)Updated: Tue, 09 Jun 2020 05:18 PM (IST)
बलिया में सुदिष्ट बाबा पशु मेला की जमीन को लेकर गरमाई राजनीति, सांसद व विधायक समर्थक आमने-सामने
बलिया में सुदिष्ट बाबा पशु मेला की जमीन को लेकर गरमाई राजनीति, सांसद व विधायक समर्थक आमने-सामने

बलिया, जेएनएन। बैरिया में सुदिष्ट बाबा पशु मेला की जमीन को लेकर राजनीति गरमा गई है। इस मुद्दे को लेकर बलिया के सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त व भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह के समर्थक आमने-सामने आ गए हैं। मंगलवार को भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह के नेतृत्व कार्यकर्ताओं ने उग्र प्रदर्शन कर नारेबाजी की। इस दौरान विधायक ने उप जिलाधिकारी सुरेश कुमार पाल को ज्ञापन सौंपकर जांच की मांग की। विधायक ने कहा कि आखिर ग्राम समाज की जमीन पर फर्जी तरीके से कुछ लोगों का नाम कैसे चढ़ गए। अगर वह जमीन उनकी अपनी पुश्तैनी है तो उसमें उनके परिवार के अन्य लोगों का नाम दर्ज क्यों नहीं है। उन्होंने दावा किया कि जिस फर्जी कागजात के आधार पर यहां के पशु मेले के 200 एकड़ जमीन कूटरचित कागजातों व भ्रष्ट राजस्व अधिकारियों-कर्मचारियों की मिलीभगत से खरीदी गई है, इसके पुख्ता प्रमाण उनके पास हैं।

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किसी भी कीमत पर नहीं होने देंगे भूमि पर कब्जा : विधायक

अपना पत्रक देने के बाद अपने कार्यकर्ताओं के समक्ष विधायक ने यह ऐलान किया कि किसी भी कीमत पर इब्राहिमाबाद के सुदिष्ट बाबा पशु मेला के जमीन पर भू-माफियाओं को काबिज नहीं होने दूंगा। इसके लिए मैं किसी भी हद तक जाने को तैयार हूं। उन्होंने कहा कि जैसे ही लॉकडॉउन समाप्त होगा, इब्राहिमाबाद के सुदिष्ट बाबा पशु मेले की जमीन पर 50 हजार लोगों के साथ द्वाबा बचाओ, बेईमान भगाओ रैली करूंगा। उन्होंने भू-माफियाओं की ओर इशारा करते हुए कहा कि भू-माफिया यदि अपनी प्रतिष्ठा बचाना चाहते हैं तो वे ग्राम समाज की जमीन ग्राम समाज के नाम पर करके अपनी गलती की प्रायश्चित कर लें।

दो कालेजों पर कब्जे के संबंध में भी दिया ज्ञापन

विधायक ने कुछ दबंग लोगों द्वारा बाबा लक्ष्मण दास द्वाबा राष्ट्रीय इंटर कालेज बैरिया व शहीद कौशल किशोर सिंह इंटर कालेज नारायणगढ़ पर कब्जा करने के प्रयास के संदर्भ में भी उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा और कहा कि उक्त विद्यालयों के प्रबंधक पूर्व विधायक डॉ. भोला पांडेय हैं और वह गंभीर बीमारी से ग्रस्त होकर जीवन-मृत्यु की लड़ाई लड़ रहे हैं। ऐसे में उनके विद्यालयों को कब्जा करने के प्रयास करने वाले को भगवान भी माफ नहीं करेगा।

रानीगंज के भागड़ नाला के संबंध में भी लिखा

विधायक ने एक और ज्ञापन उपजिलाधिकरी को सौंपकर रानीगंज भागड़ नाला पर बने नव निर्मित सड़क पुल के दोनों सिरों पर अवैध कब्जा कर दबंगों ने पुल को अनुपयोगी बना दिया, उसे तुरंत हटाने की मांग की। विधायक द्वारा अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत द्वारा लिखा गया पत्र भी एसडीएम को सौंपा, जिसमें अपर मुख्य अधिकारी ने बताया है कि उक्त जमीन ग्राम पंचायत की है, वहां पशु मेला लगता है, उसमें टीन शेड लगे हैं, पोखरा भी बना हुआ है, यह जमीन ग्राम समाज की है।

ज्ञापन देने वालों में विधायक के साथ इब्राहिमाबाद के पूर्व प्रधान विनोद सिंह, जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि अयोध्या प्रसाद साहू, भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष हरि सिंह, वीरेंद्र शर्मा, मंगल सिंह, सत्येंद्र पांडेय, अरुण मिश्र, बउल पांडेय, अमित सिंह, निखिल उपाध्याय, मणिभूषण सिंह, शक्ति सिंह सहित सैकड़ों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे।

जानबूझ कर लोगों के बीच भ्रम फैला रहे विधायक : विनय सिंह

सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त के भांजे व इब्राहिमाबाद पशु मेला में 25 बीघा जमीन खरीदने वाले दलकी निवासी विनय कुमार सिंह ने विधायक सुरेंद्र सिंह पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि अपनी सस्ती लोकप्रियता के लिए लोगों को गुमराह कर रहे हैं। जिन भाषा में वह बोल रहे हैं, उसी भाषा में उनका जवाब देने के लिए मैं और मेरा परिवार तैयार है। उनका उद्देश्य मेरे परिवार व मेरे मामा सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त के छवि का धूमिल करना है। इसीलिए वह जमीन संबंधी मामले में तथ्यों को तोड़ मरोड़ कर लोगों के सामने रख रहे हैं। वह मंगलवार को सोनबरसा शीतगृह पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मैं बार-बार कह रहा हूं कि जमीन के सही गलत का निर्णय राजस्व विभाग करेगा। उन्हें अपने ही सरकार में अधिकारियों पर शायद भरोसा नहीं है, इसीलिए लोगों को इकट्ठा करके गुमराह कर रहे हैं। जल्द ही मेरा वकील उन्हें मानहानि का नोटिस भेजेगा, जिसमें उनके खिलाफ 25 करोड़ का दावा किया जाएगा। आरोप लगाया कि विधायक निधि से हुए कार्यों, दुबेछपरा में हुए कटानरोधी कार्यों की एसआईटी जांच क्यों नहीं करा रहे हैं जबकि इसमें करोड़ों का वारा-न्यारा का आरोप लग रहा है। यहां मैंने जमीन औद्योगिक इकाई लगाने के लिए किया है। जिसमें कृषि आधारित प्रोजेक्ट की स्थापना की जाएगी। उनकी इस धमकी से मै डरने वाला नही हूं।


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