निर्माण निगम के गायब दस्तावेज ढूंढेगी पुलिस, जांच समिति ने लिया एफआइआर का निर्णय
निर्माण निगम के गायब हुए दस्तावेज अब पुलिस ढूंढेगी। इस बाबत जांच समिति ने फैसला करते हुए मुकदमा दर्ज कराने का पत्र लखनऊ मुख्यालय भेजा है।
वाराणसी, जेएनएन। निर्माण निगम के गायब हुए दस्तावेज अब पुलिस ढूंढेगी। इस बाबत जांच समिति ने फैसला करते हुए मुकदमा दर्ज कराने का पत्र लखनऊ मुख्यालय भेजा है। वहां से निर्देश आते ही मुकदमा दर्ज कर अन्य कार्रवाई की जाएगी।
निगम की पांडेयपुर इकाई से वर्ष 2011 में कई महत्वपूर्ण दस्तावेज गायब कर दिए गए थे। इनमें निविदाओं व ठेकेदारों के भुगतान संबंधी दस्तावेज भी थे। इन दस्तावेजों की छायाप्रति देखी गई तो मामला गड़बड़झाले का निकला। इस मामले में दो लेखा विभाग के कर्मचारियों को निलंबित कर जांच समिति बना दी गई। समिति की रिपोर्ट पर दोनों कर्मचारी जीएस दीक्षित व एसपी चौबे को बर्खास्त कर दिया गया। इसमें एसपी चौबे ने न्यायालय में वाद दाखिल कर मूल दस्तावेजों के अभाव में हुई कार्रवाई की वैधता को ही चुनौती दी। कोर्ट ने उनके पक्ष को सही मानते हुए बहाली के आदेश दे दिए।
अब नए प्रबंध निदेशक अजय कुमार मिश्र ने इस मामले पर जांच समिति के साथ चर्चा की। बैठक में मूल दस्तावेज ढूंढने के लिए पुलिस में मुकदमा दर्ज कराने का फैसला किया गया।
बोले अधिकारी : दस्तावेज ढूंढने के लिए विधिक प्रक्रिया अपनाई जा रही है। मुकदमा लिखाने संबंधी निर्देश मिलते ही कार्रवाई तेज की जाएगी।
--आरवी सिंह, मुख्य परियोजना प्रबंधक, राजकीय निर्माण निगम