पुलिस अधिकारी ने बीएचयू के प्रोफेसर संग की अभद्रता, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को किया ट्वीट
वाराणसी बीएचयू के अपने लैब से घर जाते वक्त बीएचयू के जीन विज्ञानी व जंतु विज्ञान के प्रोफेसर ज्ञानेश्वर चौबे के साथ एक पुलिस अधिकारी ने अभद्रता की और धक्कामुक्की की।
वाराणसी, जेएनएन। बीएचयू के अपने लैब से घर जाते वक्त बीएचयू के जीन विज्ञानी व जंतु विज्ञान के प्रोफेसर ज्ञानेश्वर चौबे के साथ एक पुलिस अधिकारी ने अभद्रता की और धक्कामुक्की की। प्रो. चौबे परिवार के तीन सदस्यों के साथ अपनी निजी कार खुद चलाते हुए चौबेपुर स्थित अपने घर जा रहे थे। इस बीच पहडिय़ा पुलिस चौकी के पास पुलिस ने उनकी गाड़ी रोकी। उन्होंने जब अपना परिचय देते हुए अधिकारी से कहा कि वह कोरोना शोध से जुड़े कार्यों को निपटाने के बाद बीएचयू से घर की तरफ जा रहे हैं। तो पुलिस अधिकारी ने उन्हें कहा कि 'आई हेट बीएचयू डॉक्टर्स' और सिपाही को पांच हजार रुपये का चालान काटने का आदेश दिया। हालांकि दो सौ रुपये का ऑनलाइन चालान भरने के बाद प्रो. चौबे अपने घर की ओर निकल गए।
इस घटना से क्षुब्ध होकर उन्होंने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जिलाधिकारी और यूपी पुलिस को ट्वीट करके दी। इसके बाद से लोगों ने उनके ट्वीट पर पुलिस अधिकारी के इस कृत्य को लेकर काफी गुस्सा जाहिर किया। इस संबंध में लालपुर-पांडेयपुर थाना प्रभारी धनंजय पांडेय ने कहा कि गाड़ी में तीन से ज्यादा लोग सफर कर रहे थे। इसे लेकर चालान काटने की बात हुई। धक्कामुक्की की बात से इन्कार करते हुए उन्होंने कहा कि सिपाही द्वारा ऑनलाइन चालान काटे जाने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया।
एडीजी ने दिया जांच का आदेश
भेलूपुर थाना क्षेत्र में लोगों के भागने का एक वीडियो वायरल होने पर एडीजी बृजभूषण शर्मा ने संज्ञान में लेते हुए शनिवार को भेलूपुर पुलिस को जांच कर कार्रवाई का आदेश दिया है। किसी ने एक वीडियो वायरल किया जिसमें भेलूपुर थाना क्षेत्र के पद्मश्री चौराहे पर लोग भागते दिखाई पड़ रहे हैं। इसका वीडियो बनाकर किसी ने सोशल मीडिया पर डाल दिया। पद्मश्री चौराहे पर मलिन बस्ती के एक बच्चे को किसी चार पहिया वाहन से टक्कर हो जाने से वह घायल हो गया। बस्ती वाले वाहन चालक को पकड़कर पीट रहे थे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने लाठी भांजकर उन्हें खदेड़ा। इस दौरान उक्त स्थान पर भगदड़ मच गई। इसी का वीडियो किसी ने बनाकर वायरल कर दिया।