वाराणसी के पहडिय़ा मंडी के पुलिस ने लाकडाउन का पालन कराने के नाम पर व्यापारियों को पीटा, दारोगा निलंबित
वाराणसी में लाकडाउन का पालन कराने के नाम पर लालपुर-पांडेयपुर थाने की पुलिस ने शुक्रवार की शाम पहडिय़ा मंडी में व्यापारियों व पल्लेदारों को लाठी से पीटा। पुलिसकर्मियों की कारगुजारी व्यापारी संतोष सिंह की आढ़त में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई।
वाराणसी, जेएनएन। लाकडाउन का पालन कराने के नाम पर लालपुर-पांडेयपुर थाने की पुलिस ने शुक्रवार की शाम पहडिय़ा मंडी में व्यापारियों व पल्लेदारों को लाठी से पीटा। पुलिसकर्मियों की कारगुजारी व्यापारी संतोष सिंह की आढ़त में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। आक्रोशित व्यापारियों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कार्रवाई की मांग की। घटना का वीडियो वायरल होने पर पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने दारोगा मनीष पाल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। वहीं दारोगा की पिटाई से क्षुब्ध व्यापारियों ने शनिवार को मंडी बंद करने की घोषणा की।
व्यापारियों ने बताया कि शाम करीब पांच बजे अपना काम खत्म करने के बाद आढ़त में बैठ कर हिसाब-किताब व स्टॉक मिलान आदि किया जा रहा था। इतने में लालपुर पांडेयपुर थाने के दारोगा मनीष पाल व एक अन्य सिपाही आढ़त में घुस कर व्यापारियों, पल्लेदारों, मुनीम, ड्राइवर आदि की लाठी से पिटाई करने लगे। इस दौरान दारोगा ने लोगों को गालियां दीं और इतनी पिटाई की कि लाठी टूट गई। राजेश, राम प्रकाश, अरविंद यादव, प्रकाश सरोज, मिट्ठू, संतोष सिंह, अज्जू सोनकर, रमेश, बाबू सोनकर, माता प्रसाद सहित दर्जनों लोगो की पुलिस ने पिटाई की। व्यपारियो का आरोप है कि हम लोग कारोबारी हैं लेकिन अपराधियों की तरह पीटा गया। इतना पीटा कि किसी का पैर सूज गया, तो किसी अंगुली फूल गई। मंडी परिसर में अफरा-तफरी मची रही। पूरा वाकया सीसीटीवी कैमरे में कैद होने के साथ ही वीडियो वायरल हो गया।
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि वीडियो को संज्ञान में लेते हुए दारोगा को निलंबित कर दिया गया है। सीसीटीवी फुटेज में पीएस लालपुर- पांडेयपुर में तैनात एक एसआइ कुछ लोगों को पीटता दिख रहा है। इसका संज्ञान लिया गया है। ऐसे कृत्य की निंदा करते हैं। विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं।
पहडिय़ा मंडी के सचिव डीके वर्मा का कहना है कि शासनादेश के मुताबिक व्यपारियों को चार बजे तक अपना काम खत्म कर लेना चाहिए, लेकिन पुलिस की इस तरह की कार्रवाई से बाहर व यहां के व्यापरियों, उपभोक्ताओं का नुकसान व राजस्व की हानि होती है।